उसे स्थानीय अस्पताल से रेफर करने पर सुबह 6 बजे संजीवनी एंबुलेंस से सिम्स लाया गया। उपचार के दौरान शनिवार दोपहर 2 बजे उसकी मौत हो गई। डॉक्टर ने शव मच्र्युरी में रखवा दिया। बताया जाता है पुलिस चौकी द्वारा शाम 4 बजे पंचनामा रिपोर्ट तैयार कर ली गई थी। डॉक्टर भी पोस्टमार्ट के लिए तैयार होकर मच्र्युरी के पास पहुंच गए। इस बीच लीना नाम की एक महिला कुछ लोगों के साथ मृतिका के देवर अमृत लाल व परिजनों के पास पहुंची। अमृत खाण्डे ने बताया महिला ने कहा, यह केश हमें दे दो। इसके एवज में हम आपको 2 लाख रुपए देंगे। चाहो तो कुछ एडवांस भी दे देते हैं।
मरीज के परिजनों ने पूछा, इसमें कितना मिलता है तब बताया गया कि 4 लाख रुपए मिलते हैं। लेकिन आधा पैसा तो केस लडऩे में खत्म हो जाएगा। परिजनों ने सौदेबाजी से इनकार कर दिया। अमृत ने बताया सौदा नहीं हुआ, तो कुछ देर बाद डॉक्टर ने पोस्टमार्टम करने से इनकार कर दिया।
डेंगू के 7 मरीज मिले : डेंगू के सात मरीज मिले हैं। इसमें से एक चकरभाठा और दो मरीज गौरेला-पेंड्रा के हैं। वहीं एक मरीज नेहरू नगर व दो मरीज कोरबा-कोरिया से हैं।
नए अस्पताल में मरीज को लौटाया : जिला अस्पताल के पीछे मदर एंड चिल्ड्रन अस्पताल में इलाज के लिए आए मरीजों को भगा दिया जा रहा है। परसदा निवासी शिव श्रीवास अपनी पत्नी को सोनोग्राफी के लिए लेकर आए थे। लेकिन उन्हें भगा दिया गया। वहीं मस्तूरी के पास से मितानित एक प्रसूता को भर्ती कराने लेकर आई थी। उसे भी भर्ती नहीं किया गया।
शिकायत नहीं मिली : शव का पोस्टमार्टम क्यों नहीं किया गया, इसकी शिकायत नहीं मिली है। सर्पदंश, बिच्छू काटने के एवज में पैसा मांगने की भी शिकायत नहीं मिली है। अगर शिकायत मिलेगी तो जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. रमणेश मूर्ति, अस्पताल अधीक्षक सिम्स