पार्सलयान के माध्यम से 61 किलो गांजा मेरठ पहुंचने के मामले में जीआरपी मेरठ सिटी ने अपराध दर्ज करने के बाद विवेचना शुरू की है। मामले की जांच के लिए मेरठ जीआरपी की तीन सदस्यीय टीम शुक्रवार को उत्कल एक्सप्रेस से बिलासपुर रेलवे स्टेशन पहुंची। मेरठ जीआरपी सब इंस्पेक्टर राजीव मलिक, प्रधान आरक्षक सुबोध शर्मा व आरक्षक विपिन भाटी टीम में शामिल है। बिलासपुर पहुंचने के बाद टीम ने जीआरपी बिलासपुर भोलानाथ मिश्रा से मुलाकात की। सब इंस्पेटर राजीव मलिक ने बताया कि वह मामले की जांच के लिए बिलासपुर रेलवे स्टेशन पहुंचे है। मामले की जांच के बाद ही वह आगे की रुप रेखा तैयार करेंगे।
यह है पूरा मामला 9 अक्टूबर को बिलासपुर रेलवे स्टेशन से ब्रोकर चंद्रशेखर यादव ने रायपुर निवासी इमरान व पप्पू के कहने पर रायपुर से बिलासपुर आए दो पार्सल को मेरठ के लिए सुशील कुमार के नाम पर पार्सल को बुक कर रवाना किया था। दीपावली को देखते हुए हाई अलर्ट पर रही रेलवे पुलिस ने दो संदिग्ध पार्सल को बम होने की आशंका पर खोला, जिसमें कम्बल के बीच में छिपाकर गांजा रखा गया था। पार्सल से गांजा निकलने की सूचना के बाद से ही बिलासपुर आरपीएफ व कमर्शियल विभाग में हडक़म्प मचा हुआ है। भारी मात्रा में गांजे की खेप पार्सल से भेजने की बात सामने आने के बाद रेलवे व जीआरपी ने अपने अपने स्तर पर कई बिंदुओं पर मामले की जांच शुरु कर दी थी। रेलवे कामर्शियल विभाग ने पार्सल मेरठ भेजने ब्रोकर चंद्रशेखर यादव का स्टेशन परमिट रद्द कर दिया था।