क्या गर्मी से हुई मौत
कानन में दरियाई घोड़े की मौत पर अधिकारियों का कहना है कि इसकी मौत हार्टअटैक से हुई है। जबकि कयास यह भी लगाया जा रहा है कि गर्मी में पानी के कारण इसकी मौत हुई होगी। बताया जा रहा है कि कानन में तीन दरियाई घोड़े थे। मृतक दरियाई घोड़े को छह साल पहले दिल्ली से जानवरों की अदला-बदली के फलस्वरूप लाया गया था। फिलहाल डाक्टरों की टीम पीएम कर रही है।
शहर का एक मात्र पिकनिक स्पॉट कानन पेंडारी पानी की कमी से जूझ रहा है परिणामस्वरूप आज यहां एक वन्यजीव हिप्पो ने दम तोड़ दिया है। कानन प्रबंधन ने पर्यटकों का जाना बंद कर दिया है। वन्यजीव हिप्पो की मौत टैंक में पानी की कमी और कीचढ़ बताई जा रही है ।अधिकारियों की उदासीनता के चलते वन्यजीवों के लिए पेयजल की समस्या यहां विकराल बना हुआ है । बोर काम नही कर रहे है, हिप्पो की मौत भी पानी की कमी और भीषण गर्मी का होना बताई जा रही है।
प्रबंधन के द्वारा लगातार हिप्पो की निगरानी कुछ दिनों से की जा रही थी और उसे दूसरे जगह शिप्ट किया गया था। जहां पानी की कमी बताई जा रही थ ,पिछले 2 वर्षों से प्रबंधन की लापरवाही के चलते कई वन्यजीव मौत के आगोश में समा गए है। जिसके पीछे मात्र देखरेख की कमी बताई जा रही है।