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बिलासपुर

अपने कार्यकर्ता को कारण बताओ नोटिस पर तमतमाए विधायक, लिखा पत्र, संगठन को जागीर न समझें बोलर

शैलेंद्र जायसवाल पर परिसीमन के विरोध का आरोप लगाकर शहर कांग्रेस अध्यक्ष नरेंद्र बोलर ने दिया है कारण बताओ नोटिस

बिलासपुरSep 19, 2019 / 10:07 pm

Barun Shrivastava

shailesh pandey

अपने कार्यकर्ता को कारण बताओ नोटिस पर तमतमाए विधायक, लिखा पत्र, संगठन को जागीर न समझें बोलर

बिलासपुर

नगर निगम पार्षद शैलेंद्र जायसवाल को शहर कांग्रेस अध्यक्ष के शो कॉज नोटिस पर विधायक आगबबूला हो गए हैं। विधायक शैलेष पांडेय ने एक पत्र लिखकर शहर कांग्रेस अध्यक्ष को ताकीद किया है कि वे संगठन को अपनी जागीर न समझें। इस पर शहर कांग्रेस अध्यक्ष नरेंद्र बोलर ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
विधायक का नरेंद्र बोलर के नाम पूरा पत्र

श्री नरेन्द्र बोलर,

अध्यक्ष शहर कांग्रेस कमेटी, बिलासपुर

विषयः श्री शैलेन्द्र जायसवाल पार्षद को दुर्भावना पूर्वक और भेदभाव पूर्ण कारण बताओ नोटिस देने बाबत
महोदय,

समाचार पत्रों से ज्ञात हुआ है कि आपने श्री शैलेंद्र जायसवाल पार्षद को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। और नोटिस में परिसीमन का विरोध को मुख्य कारण बताया है। और एक समाचार पत्र का हवाला भी दिया है। साथ ही ब्लॉक अध्यक्षों की अनुशंसा के आधार पर किया गया है। महोदय कांग्रेस पार्टी पूर्ण लोकतंत्र में मानने वाली पार्टी है, जहां प्रत्येक कार्यकर्ता अपनी बात रख सकता है। और जब कार्यकर्ता के ऊपर संगठन के कुछ खास लोग अन्याय और अत्याचार करते हैं, तो वो पीड़ित होकर अपनी बात कहां रखेगा। संगठन कुछ लोगों की निजी जागीर नहीं है। न ही किसी की कठपुतली, जो उसको अपने हिसाब से चलाया जायेगा। इसे कार्यकर्ताओं के सहयोग से विचारवपूर्वक चलाया जाता है। परिसीमन में एक होटल में बैठ कर बिना सभी पार्षद और शहर विधायक को सूचना दिए या आमंत्रित किये किस अधिकार पर बैठक बुलाई गई। अपनी पसंद के लोगों के साथ बैठकर उसको मनचाहा अंजाम देने की कोशिश की गई। इसमें कितने लोग शामिल थे और क्या इस कृत्य से कांग्रेस पार्टी की एकता नष्ट नहीं हुई। क्या ये घोर अपराध नहीं है? क्या ये अनुशासन हीनता नहीं है? क्या ये जनता के चुने प्रतिनिधियों का अपमान नहीं है? ये सब आपके सामने होता रहा और आप चुप बैठे थे। आपने क्यों नहीं कार्रवाई की। बिलासपुर शहर के परिसीमन में अधिकारियों की गलतियों और मनमानियों को यदि कोई भी पार्षद सुधार के लिए आवाज़ उठाता है, तो उसका संगठन क्या मुंह जबरदस्ती से बंद कर देगा। शैलेन्द्र जायसवाल पार्टी के निष्ठावान और समर्पित कार्यकर्ता हैं, जिन्होंने सदैव पार्टी की छवि को अच्छा बनाने और विपक्ष की जन विरोधी नीतियों का विरोध हमेशा किया है। इसमें पार्टी को उनको सम्मानित करना चाहिए, न कि पार्टी के बाहर का रास्ता दिखाने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने परिसीमन की गलतियों का विरोध किया है न कि परिसीमन का विरोध किया। उन गलतियों को जिला प्रशासन और निगम के कुछ हद तक सुधार भी किया है। फिर वो पार्टी विरोधी कैसे हो सकता है। महोदय उनको आपका दिया कारण बताओ नोटिस पूर्ण रूप से दुर्भावनापूर्ण और भेदभावपूर्ण है। और एक नेक और समर्पित कार्यकर्ता के ऊपर अन्याय और अत्याचार है या उनको निगम में किसी षड्यंत्र का शिकार बनाया जा रहा है। महोदय आप एक भले मानुष हैं, इसलिए आपसे निवेदन है कि पार्टी की छवि को धूमिल होने से बचाएं। कार्यकर्ताओं के मनोबल को इस तरह के कृत्यों से हतोउत्साहित न करें और शैलेन्द्र जायसवाल, पार्षद से क्षमा मांगकर न्याय करें।
शैलेष पांडेय, विधायक बिलासपुर प्रवक्ता प्रदेश कांग्रेस कमेटी

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