scriptब्लड गु्रप बी-पॉजिटिव को बताया बी-निगेटिव, मरीज की जा सकती थी जान | Negligence in blood test in Bilaspur Chhattisgarh | Patrika News
बिलासपुर

ब्लड गु्रप बी-पॉजिटिव को बताया बी-निगेटिव, मरीज की जा सकती थी जान

सेन्ट्रल लैब की जांच में हुई भारी लापरवाही, वार्ड ब्वाय कर रहा था खून की जांच

बिलासपुरJun 06, 2019 / 04:00 pm

Murari Soni

Negligence in blood test in Bilaspur Chhattisgarh

ब्लड गु्रप बी-पॉजिटिव को बताया बी-निगेटिव, मरीज की जा सकती थी जान

बिलासपुर। सिम्स में इलाज के लिए भर्ती मरीज का ब्लड गु्रप बी-पाजिटिव था जिसे सेंट्रल लैब के कर्मचारियों ने बी-निगेटिव बताया दिया था। दो दिन बाद सिम्स में ब्लड आया तो फिर से मरीज के ब्लड के सैंपल की जांच कराई गई तब पता चला कि मरीज का ब्लड गु्रप बी-पाजिटिव है। सिम्स के डाक्टरों का कहना है कि इस तरह की लापरवाही से मरीज की जान भी जा सकती है। लापरवाही करने वाले कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाही करने की बात सिम्स प्रबंधन ने की है। सिम्स में डॉक्टर और कर्मचारी की लापरवाही थमने का नाम नहीं ले रही है इनकी लापरवाही के चलते मरीजों की जान को खतरा हो सकता है। इनकी लापरवाही से एक मरीज की जान तक जाने की नौबत आ गई थी। पिछले कुछ दिनों से अशोक कुमार साहू 40 वर्ष सिम्स में भर्ती है। उसकी हालत गंभीर होने पर डॉक्टर ने गहन उपचार के लिए वार्ड में भर्ती किया है। डाक्टर ने मरीज के परिजन को बताया अशोक के शरीर में खून की कमी है। उसके शरीर में 2.6 पाइंट रक्त है। उसे दो यूनिट रक्त की आवश्यकता पड़ेगी। तब सिम्स पैथोलैब में ब्लड गु्रप की जांच कराई । मरीज के रक्त की जांच की गई वहीं कुछ देर बाद कर्मचारियों ने बताया कि मरीज का ब्लड गु्रप बी-नेगेटिव है ,जो फिलहाल उनके पास उपलब्ध नहीं है। दूसरे दिन पता लगाने की बात कही। ब्लड मिलने पर मरीज के परिजन को बुलाया गया। और रक्त का दोबारा सेंपल लिया गया। जिसकी रिपोर्ट आई तो कर्मचारियों के होश उड़ गए दरसल मरीज का ब्लड गु्रप बी पॉजिटिव था और पैथोलैब ने पहले उसे बी नेगेटिव बता दिया मामले की जानकारी मिलते ही परिजनों द्बारा सीधे उच्च अधिकारी से शिकायत की है।
वर्जन-

यह गंभीर लापरवाही है सेंट्रल लैब के कर्मचारियों को कड़ी चेतावनी दी जाएगी। खून के सेंपल को इधर उधर करने वाले कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाही की जाएगी।
डॉ. पंकज टेम्भुनिकर अस्पताल अधीक्षक सिम्स
माइक्रोबायोलाजी विभाग में वार्ड ब्वाय कर रहा खून की जांच
सिम्स के माइक्रोबायोलाजी विभाग में एक वार्ड ब्वाय से ब्लड की जांच कराई जा रही है। सिम्स प्रबंधन द्वारा टेक्नीशियन की कमी बताई जा रही है। ऐसे में किसी दिन कोई बड़ी घटना हो सकती है। बताया जाता है प्रबंधन को इसकी शिकायत भी की जा चुकी है लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। सिम्स के माइक्रोबायोलाजी विभाग में एक वार्ड ब्वाय से ब्लड सेंपल की जांच कराई जा रही है। सिम्स प्रबंधन द्वारा स्टाफ की कमी बताकर गंभीर लापरवाही को अंजाम दिया जा रहा है। वार्ड ब्वाय के कारण किसी दिन कोई बड़ा हादसा हो सकता है। सिम्स के एक डाक्टर का कहना है कि वार्ड ब्वाय से किसी भी कीमत पर खून की जांच नहीं कराई जा सकती है। यह काम टेक्नीशियन का है। इस तरह की शिकायत प्रबंधन के पास आ चुकी है। वार्ड ब्वाय को हटाने की बात भी सामने आई थी लेकिन अभी तक उसे हटाया नहीं गया है।

Home / Bilaspur / ब्लड गु्रप बी-पॉजिटिव को बताया बी-निगेटिव, मरीज की जा सकती थी जान

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो