देश के अनेक राज्यों में विधान सभा चुनाव के बाद परिणामों को लेकर अनेक राजनीतिक दलों ने इवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए। इसके साथ ही फिर से बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग की गई। इसके विकल्प के रूप में वीवीपेट लाया गया। चुनाव आयोग इवीएम के साथ वीवीपेट का भी चुनाव के दौरान इस्तेमाल करेगा।
चुनाव आयोग के निर्देश पर इलेक्ट्रानिक्स कार्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (इसीआईएल) हैदराबाद से 2304 वीवीपेट मशीनों की जांच के लिए 6 इंजीनियरों की टीम भेजी गई थी। मशीनों की जांच व प्रदर्शन 28 दिन तक चला।
एआर टंडन, प्रभारी वीवीपेट एफएलसी व डिप्टी कलेक्टर बिलासपुर