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बिलासपुर

बंद कमरे में ओपी-कमला-अमर भेंट, कयास चांदनी को मस्तूरी, ओपी को खरसिया में मदद पर बात

कमला पाटले मस्तूरी से अपनी बेटी चांदनी भारद्वाज को टिकट दिलाने के लिए प्रयासरत हैं।

बिलासपुरSep 15, 2018 / 11:58 am

Amil Shrivas

amar agarwal

बंद कमरे में ओपी-कमला-अमर भेंट, कयास चांदनी को मस्तूरी, ओपी को खरसिया में मदद पर बात

बिलासपुर. नगरीय प्रशासन मंत्री अमर अग्रवाल से शुक्रवार को मिलने के लिए जांजगीर सांसद कमला पाटले और खरसिया से भाजपा प्रत्याशी ओपी चौधरी मिलने पहुंचे। दोनों ने ही करीब 35 मिनट तक चर्चा की। खरसिया मंत्री का गृह नगर है, इसलिए अमर अग्रवाल की इस सीट पर हमेशा से रुचि रहती आई है। चौधरी के साथ भी रणनीतिक चर्चा करने की जानकारी मिल रही है। उधर कमला पाटले मस्तूरी से अपनी बेटी चांदनी भारद्वाज को टिकट दिलाने के लिए प्रयासरत हैं।
नगरीय निकाय मंत्री अग्रवाल गुरुवार की सुबह सिविल लाइन स्थित अपने बंगले में जनदर्शन ले रहे थे। सुबह करीब 11.40 बजे हाल में भाजपा में शामिल होने वाले रायपुर के पूर्व कलेक्टर चौधरी उनके बंगले में पहुंचे। मंत्री और चौधरी बंद कमरे में करीब आधे घंटे तक बातचीत करते रहे। उनके बीच क्या बातें हुईं, यह स्पष्ट नहीं है,पर बताया जा रहा है कि मंत्री ने चौधरी को चुनावी टिप्स दिए। मंत्री ने उन्हें बताया कि खरसिया के किन-किन नेताओं से उन्हें संपर्क करना है। किस-किस बूथ में कांग्रेस मजबूत है। चौधरी को मतदाताओं से भी लगातार बात करने करने की सलाह दी गई है।
जांजगीर सांसद कमला पाटले भी पहुंचीं : जब मंत्री अग्रवाल और चौधरी बंद कमरे में चर्चा कर रहे थे, करीब 20 मिनट के बाद जांजगीर सांसद कमला पाटले भी वहां पहुंचीं। सांसद पाटले की पुत्री चांदनी मस्तूरी सीट से टिकट पाने के लिए प्रयासरत हैं, इसलिए उनकी मुलाकात को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी डा. कृष्णमूर्ति बांधी की हार की एक वजह मंत्री से उनके तनाव को भी माना जा रहा है।

22 सितंबर को मोदी के सामने कर सकते हैं पेश : पीएम नरेंद्र मोदी 22 सितंबर को पहली बार जांजगीर-चांपा जिले में आ रहे हैं। वे यहां किसान सम्मेलन को संबोधित करेंगे। सूत्रों की मानें तो सम्मेलन के दौरान ओपी चौधरी को पीएम के सामने पेश किया जा सकता है।
उमेश सक्रिय हुए : खरसिया विधानसभा कांग्रेस का गढ़ है। विधायक उमेश पटेल के पिता स्व. नंदकुमार पटेल अपनी सरलता और लोकप्रियता हमेशा ही इस सीट से चुने गए। इस सीट को कांग्रेस भी किसी भी हाल में गंवाना नहीं चाहती। खरसिया विधायक ने चुनाव के लिए क्षेत्र में संपर्क शुरू कर दिया है। उन्होंने युवा कांग्रेस का प्रदेशाध्यक्ष पद भी छोडऩे की पेशकश कर दी है, क्योंकि चुनाव के समय वे पूरा समय अपने क्षेत्र में देना चाहते हैं।

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