विराट सिंह, राजेश जायसवाल व पाकिस्तान में बैठे उसके आकाओं बड़े मामू, छोटे मामू व सलीम ने कितने लोगों को झांसे में लेकर ऑनलाइन ठगी की है। ठगी की राशि से बनाए गए बीटकॉइन की रकम का ट्रांजेक्शन कहां-कहां किया गया। कितनी रकम पाकिस्तान भेजी गई व इन रुपयों का इस्तेमाल कहां हुआ, इस सब सवालों का जवाब तलाश रही है।
छत्तीसगढ़ में कोरोना मरीजों का रिकवरी रेट 83.7 प्रतिशत, 24 घंटों में ठीक हुए 1,852 मरीज
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि उनकी पहली प्राथमिकता बिलासपुर के साथ ही छत्तीसगढ़ के किन-किन जिलों में कितनों को झांसे लेकर ऑनलाइन ठगी की वारदात को अंजाम दिया है, यह पता लगाना है। साथ ही वहां की पुलिस से इनकी जानकारी सांझा करनी है।
पीड़ितों के सामने आने से ठगी के संबंधित कुछ और सुराग हाथ लग सकते हैं। मामले में मुख्य आरोपी विराट सिंह व किराए से लिए गए एकाउंट में जिन-जिन खातों से रुपए के ट्रांजेक्शन हुए हैं उनकी जांच कर रुपए डालने वालों का रिकांड मंगाया जा रहा है। रिकार्ड आने के बाद मामले की जांच को आगे बढ़ाया जाएगा।
…तो इसलिए दिवाली से पहले नवरात्र में चल रही सोने की एडवांस बुकिंग, शोरूम ग्राहकों से आबाद
और कितने आरोपी हैं इस गिरोह में
प्रारंभिक जांच में पुलिस को पता चला कि विराट व अन्य चार के खातों में देश भर के लगभग 5 सौ एकाउंट से रुपए की लेनदेन हुई है। खातों की जांच में कुछ नाम व खाते नम्बर भी हाथ लगे हैं इसकी लेनदेन संदिग्ध है। एकाउंट की जानकारी पुलिस की साइबर टीम निकाल रही है।
बिलासपुर पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने कहा, पुलिस वर्तमान में विराट व राजेश जायसवाल को ही मुख्य आरोपी मानकर जांच को आगे बढ़ा रही है क्योंकि ऑन लाइन ठगी के अपराध में रुपए की लेनदेन इसी के एकाउंट या इसके द्वारा बताए गए एकाउंट नम्बर पर ही हुआ है। दोनों के एकाउंट की डि़टेल खंगाली जा रही है इससे और भी लोगों के सामने आने से जांच आगे बढ़ेगी।