प्रकाश राम साहू (50) मूलत: अंबिकापुर का रहने वाला था। वह दो-तीन साल से शहर के अशोक नगर के पास अटल आवास में रह रहा था। वह परिवार सहित रिश्तेदार के यहां शादी में कोरिया गया था। सोमवार को सुबह जूना बिलासपुर निवासी अपने साढू के गणेश राम के घर उतरे। थोड़ी देर बाद राम प्रकाश के सीने में दर्द उठा। उसने अपने साढू को बताया। साढू उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचा। पहले दो नम्बर कक्ष में डॉक्टर को दिखाया तो उन्होंने ईसीजी कराने के लिए कहा। मरीज ईसीजी कराने के बाद रिपोर्ट लेकर लाइन में खड़ा था। लेकिन दर्द बढऩे के कारण लाइन से आगे बढकऱ डॉक्टर के कक्ष में घुस गया। डॉक्टर ने नाराज होकर उसे लाइन आने बात कहते हुए कक्ष से बाहर भगा दिया। इसके बाद मरीज लाइन में खड़ा गया हो गया और दो मिनट के भीतर वह बेहोश होकर गिर गया। आनन फानन में उसे केजुल्टी में पहुंचाया गया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। मृतक के साढ़ूगणेश राम ने कहा, अगर डॉक्टर हमारी बात सुन लेते तो ऐसी नौबत नहीं आती।
मरीज को अटैक आया था। जांच कराने के बाद डॉक्टर के कहने पर फ्री ईसीजी कराया था। उसकी हालत पहले से ही गंभीर थी, जिसके कारण उसकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप लगत है। इस मामले में किसी की गलती नहीं है। जांच नहीं कराई जाएगी।
एसएस भाटिया, सिविल सर्जन जिला अस्पताल