वे अगस्त 2015 में यहां आदिवासी कल्याण आश्रम के लाल बहादुर शास्त्री स्कूल परिसर के देवकीनंदन सभागृह में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए थे। उन्होंने कल्याण आश्रम से जुड़े पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को संबोधित कर आश्रम के कामकाज पर संतोष जाहिर किया था। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को जैसे ही मनोहर पर्रिकर के निधन की खबर मिली वे दु:खी हो गए। उनकी सादगी की चर्चा करते हुए कहा कि संगोष्ठी में हिस्सा लेने के लिए वे सीधे एसईसीएल हेलीपेड से देवकीनंदन सभागृह आए कोई तामझाम नहीं था और न ही कोई लक्जरी गाडिय़ां थी वे सामान्य सी गाड़ी में बैठकर आए। अपना उद्बोधन दिया और फिर कार्यक्रम के बाद मीडिया से चर्चा कर यहां से वापस एसईसीएल हेलीपेड से दिल्ली के लिए रवाना हुए थे।