तेरह गाडिय़ों एवं एक बस में पहुंचे अधिकारी : राजेश अग्रवाल के शहर में स्थित ६ ठिकानों पर एवं घरों में छापामार कार्रवाई करने के लिए आयकर विभाग के भोपाल एवं रायपुर के अधिकारी व कर्मचारी तेरह गाडिय़ों एवं एक बस में पहुंचे थे। इस छापेमार की कार्रवाई में स्थानीय अधिकारियों को शामिल नहीं किया गया है। पूरी तरह से गोपनीय इस कार्रवाई की जानकारी स्थानीय अधिकारियों को भी नहीं थी। जानकारी मिली है कि यह कार्रवाई सीधे मुख्य आयकर आयुक्त के निर्देश पर की गई है। अधिकार पल-पल की रिपोर्ट से आयुक्त को अवगत करा रहे हैं।
दो सौ करोड़ से अधिक का कारोबार : नोट बंदी के बाद से आयकर विभाग की नजर हिन्द कोल वेनिफिकेशन एवं स्वर्ण जयंती नगर के निर्माता राजेश अग्रवाल की कंपनी पर थी। जानकारी के अनुसार आयकर डेकलेरेशन २०१६ के दौरान भी कंपनी ने बड़ी राशि विभाग को सरेंडर की थी। इसके बाद ही आयकर विभाग की नगर इस कंपनी पर थी।