भारतीय रेलवे आने वाले समय से खुद को डीजिटलीकरण की ओर तेजी ले लेकर जा रही है। रेलवे के अधिकांश कार्य भी अब पेपर लैस प्रणाली पर कार्य कर रहे है। रेलवे के डीजिटलीकरण को देखते हुए रेलवे सुरक्षा बल को भविष्य के लिए तैयार करने मिशन सक्षम चलाया जा रहा है। रेलवे सुरक्षा बल महानिर्देश अरूण कुमार के निर्देश पर रेलवे सुरक्षा बल के जवानों को हाईटेक बनाने व साईबर संबंधी अपराध की रोकथाम के लिए आरक्षक से लेकर उच्चाधिकारियों को भी मिशन सक्षम के तहत इंटरनेट व उसकी साइड की जानकारी, साईबर अपराध को पहचान कर रोकने, ई-टिकट की कालाबाजारी रोकना व अन्य कम्प्युटर, मोबाइल संबंधी जानकारी भी सिखाई जा रही है।
ई-टिकटिंग की कालाबाजारी पर आईआरसीटीसी दिल्ली पर हुई निर्भता खत्म रेलवे सुरक्षा बल को वर्तमान में ई-टिकट की कालाबाजारी करने वालों पर कार्रवाई करने आईआरसीटीसी दिल्ली कार्यालय से डाटा एकत्र करना पडता था। सक्षम साफ्टवेयर की सहायता से रेलवे सुरक्षा बल के जवान व अधिकारी ई-टिकट संबंधी जानकारी कभी भी एकत्र कर कार्रवाई कर सकते है।
सक्षम साफ्टवेयर का रेलवे सुरक्षाबल के अधिकारियों व जवानों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। मिशन सक्षम में जवानों को आधुनिकता से जोडऩा है। आने वाले दिनों में साइबर काईम व रेलवे के डीजिटलीकरण से आरपीएफ के सामने बड़ी जिम्मेदारी व चुनौती आने वाली है। इसे देखते हुए अभी से जवानों को हर परिस्थिति से निपटने तैयार किया जा रहा है।
ऋषि कुमार शुक्ला, मंडल मुख्य सुरक्षा अयुक्त रेलवे सुरक्षा बल