सरकंडा पुलिस के अनुसार ग्राम पंचायत परसाही में स्वच्छ भारत मिशन योजना के तहत सन 2018 में खर्च होन वाली राशि का प्रस्ताव ग्राम पंचायत से पारित किया गया था, जिसमें 1 लाख 98 हजार रुपए बैंक से निकालने गांव की सरपंच गायत्री देवी ने 3 चेकों में 90 हजार, 90 हजार और 18 हजार रुपए में हस्ताक्षर किए थे। गांव के सचिव राजीव कुमार शुक्ला ने पहले चेक की राशि 90 हजार में कूटरचना कर 7 लाख 90 हजार रुपए,
दूसरे चेक में 90 हजार में कूटरचना कर 9 लाख 90 हजार रुपए और तीसरे चेक में 18 हजार रुपए की जगह 3 लाख 18 हजार रुपए बैंक से निकले थे। खाते से भारी भरकम राशि निकलने पर जिला पंचायत के तत्कालीन सीईओ ने जिला पंचायत के कर्मचारी आरके टोंडे और दीपक कुमार घोष की टीम बनाकर 20 लाख रुपए गबन की राशि की जांच करने के आदेश दिए थे। जांच में अधिकारियों ने गांव के सचिव राजीव शुक्ला द्वारा सरकार खजाने से 20 लाख रुपए चेकों में कूटरचना कर खाते से निकाले का दोषी पाया था। जांच दल ने रिपोर्ट जिला पंचायत सीईओ को दी थी।
सीईओ ने बिल्हा जनपद पंचायत सीईओ एसएन मिश्रा पिता पीपी मिश्रा को मामले में आरोपी सरपंच राजीव शुक्ला के खिलाफ अपराध दर्ज करने के आदेश दिए थे। शनिवार को मामले मेंपुलिसने सीईओ बिल्हा जनपद पंचायत एसएन मिश्रा की शिकायत पर आरोपी सचिव के खिलाफ भादवि की धारा 420, 467, 468, 471 के तहत अपराध दर्ज कर लिया है।