लेकिन सियाराम को इससे कोई फर्क नहीं पड़ा। सियाराम और राय को कांग्रेस से हटाने के लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने सेंट्रल कमेटी को रिपोर्ट सौंप दी है लेकिन मामला पिछले सात महीने से सेंट्रल में ही अटका है। अब भाजपा के सामने कांग्रेस जिताऊ प्रत्याशी ढूढऩे में जुटी है। इस बीच सियाराम कौशिक को कांग्रेस से फोन आना अनेक संदेहों को जन्म दे रहा है। पिछले तीन चार दिनों से क्षेत्र में जमकर हल्ला है कि सियाराम फिर कांग्रेस जा सकते हैं। कांग्रेस ज्वाइन करने को लेकर सियाराम ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि मैं जोगी की पार्टी में हूं। हालांकि कांग्रे छोडऩी है और अब भी मेंबर हूं, पिछले दो साल से कांग्रेस के लिए काम नहीं कर रहा हूं। ऐसे में कांग्रेस गया तो वहां से जो लोग टिकट की मांग कर रहे हैं वे नाराज हो जाएंगे। मेरे लिए काम नहीं करेगें। में फिलहाल जनता कांग्रेस के लिए काम कर रहा हूं। सियाराम को लेकर यह भी चर्चा है कि इस समय वे सक्रिय दिखाई नहीं दे रहे हैं। चुनावी महौल के हिसाब से क्षेत्र में उनकी सक्रियता दिखाई नहीं दे रहा है। एक कार्यकर्ता का कहना है सियाराम चुनाव के काफी पहले प्रचार प्रसार में व्यस्त हो जाते थे लेकिन इस बार सक्रिय नहीं दिख रहे।
जिसे बात करनी है, मुझसे करे : सियाराम ने पत्रिका को बताया कि कांग्रेसी मुझे नहीं मेरे बेटे को फोन करते हैं। मेरा बेटा पूरी जानकारी देता है। मैने कहा है कि जिसे बात करना है तो मुझसे बात करे। लेकिन मुझे किसी ने फोन नहीं किया है। कई बार मेरे बेटे को कहते है कि आपके पिताजी कांग्रेस में आ जाएं तो तुम्हारे घर से किसी को टिकट दे देगें।