इन कलाओं का भी दिया जा रहा प्रशिक्षण : आकार शिविर में चित्रकला, वारली, पैरा आर्ट, कथक, क्ले आर्ट, म्यूरल आर्ट, जूट आर्ट, मृदा शिल्प, गोंदना का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसमें लगभग 350 से अधिक लोग प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए शामिल हो रहे हैं। पेंटिंग्स को लेकर महिलाओं में ज्यादा उत्साह देखा जा रहा है। वे इसकी बारीकियां को सीखने में अधिक समय दे रही हैं।
रजवार भित्ति चित्र कला है खास : रजवार भित्ति चित्र कला के माध्यम से प्रकृति व ग्रामीण परिवेश को दर्शाया जा रहा है। जिसमें अपनी कल्पनाओं को कलागुरु के सहयोग से आकार दे रहे है। इसमें प्लाइवुड, पोस्टर कलर, मोची किला, नारियल रस्सी, मिट्टी का इस्तेमाल किया जा रहा है। साथ ही इसे बड़ी मेहनत से प्रशिक्षार्थी तैयार कर रहे हंै।