उन्होंने जिला कांग्रेस को कोटा विधायक डॉ. जोगी को सूचना देने के लिए कहा था, लेकिन उन्हें सूचना नहीं मिल पाई। वह अभी-अभी दिल्ली से आई हैं। यहां रहतीं तो जरूर आतीं। गौरेला के कार्यक्रम में प्रदेश के चुनाव अभियान समिति के संचालक डॉ. चरण दास महंत के बयान से सिंहदेव ने अलग ही बात कही। महंत ने कहा था कि रेणु जोगी अब अपने पति के साथ चली गई हैं। इसके उलट टीएस बाबा ने कहा कि विधायक दल की बैठक में डॉ. जोगी शामिल होती हैं। वो हर बार कहती हैं कि कांग्रेस ने उनके और उनके परिवार के लिए बहुत कुछ किया है। इसलिए वह कांग्रेस नहीं छोड़ेंगी। बाद में उन्होंने यह शब्द जोड़ा कि चुनाव तक। यही कारण है कि कांग्रेस असमंजस में है। यदि वे कोटा से चुनाव नहीं लड़ेंगी तभी कांग्रेस वैकल्पिक प्रत्याशी तलाशेगी। उन्होंने डॉ. जोगी की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने एक आदर्श व्यवहार किया है।
कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़ीं, विजयी होने के बाद पूरे पांच साल तक कांग्रेस का साथ दिया। पति, पुत्र और उनकी बहू एक अन्य राजनीतिक पार्टी में काम कर रहे हैं, लेकिन वे कभी भी उनके कार्यक्रम में नहीं गईं।
हमेशा रमन सरकार की मदद की जोगी ने
नेता प्रतिपक्ष सिंहदेव ने कहा कि कांग्रेस में रहते हुए अजीत जोगी ने हमेशा रमन सरकार की मदद की है। इसके बदले में रमन सरकार उन्हें बचाते आई है। उनकी जाति को लेकर निचली अदालत से हाईकोर्ट तक मामला गया, पर सरकार हर बार मामला वापस लेती रही है।
एक से मिलेगा प्रोफार्मा
कोटा विधानसभा में नए चेहरे के सवाल पर सिंहदेव ने कहा कि कोटा, पाटन हो अंबिकापुर प्रदेश की सभी 90 विधानसभा सीटों पर समीक्षा चल रही है। जिस विधानसभा से जो चुनाव लडऩे के इच्छुक हैं, वो वहां की ब्लॉक कांग्रेस कमेटी को एक प्रोफार्मा में आवेदन देंगे। यह आवेदन सभी ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के पास 1 अगस्त से उपलब्ध हो जाएगा।