शादी के बाद से पूर्णिमा बीमारी रहने लगी थी। वह लगातार दवाइयों का सेवन कर रही थी। पिछले 10 महीने से वह मायके में रह रही थी। मार्च में वह मायके से ससुराल आई थी। 3 अप्रैल को रात करीब 9 बजे उसकी लाश बाथरूम में जली हुई मिली थी।
सूचना पर पुलिस ने मर्ग कायम किया था। मृतका की मां सुनंदा बाई पति जय सिंह यादव और बड़ी बहन सत्यवती यादव पति दिनेश निवासी दर्री कोरबा का बयान दर्ज किया गया। दोनों ने पूर्णिमा के पति रोहित, सास रेखा बाई यादव व ससुर जुगरू यादव पर पूर्णिमा को जला कर मारने का आरोप लगाया। बयान व जांच के बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 304( बी) के तहत अपराध दर्ज कर लिया है।