scriptतत्कालीन आईजी पवन देव ने कानून का मिसयूज किया है-महिला आयोग अध्यक्ष | Women's Commission Chairman said that IG Pawan Dev misused law | Patrika News
बिलासपुर

तत्कालीन आईजी पवन देव ने कानून का मिसयूज किया है-महिला आयोग अध्यक्ष

उनके खिलाफ तीन दिन पहले दूसरा मामला भी सामने आया है। पवन देव द्वारा एक महिला आरक्षक को सीआर लिखने के लिए प्रताडि़त किया जा रहा है। नायक ने कहा मुझे विरासत में साढ़े पांच सौ से अधिक पेंडिंग मामले मिले हैं।

बिलासपुरAug 28, 2020 / 08:56 pm

Karunakant Chaubey

तत्कालीन आईजी पवन देव ने कानून का मिसयूज किया है-महिला आयोग अध्यक्ष

तत्कालीन आईजी पवन देव ने कानून का मिसयूज किया है-महिला आयोग अध्यक्ष

बिलासपुर. प्रदेश महिला आयोग अध्यक्ष किरणमयी नायक ने कहा कि मुंगेली दौरा के बीच तत्कालीन आईजी पवन देव द्वारा महिला आरक्षक से छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। महिला आरक्षक ने 60 पेज का दस्तावेज दिया है। नायक ने बताया कि पवन देव ने कानून का मिस यूज किया है।उनके खिलाफ तीन दिन पहले दूसरा मामला भी सामने आया है। पवन देव द्वारा एक महिला आरक्षक को सीआर लिखने के लिए प्रताडि़त किया जा रहा है। नायक ने कहा मुझे विरासत में साढ़े पांच सौ से अधिक पेंडिंग मामले मिले हैं।

महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक ने छग भवन में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि तत्कालीन आईजी पवन देव ने कानून का मिस यूज किया है। नेशनल हयूमन राइट तक गया है मामला और उसके ऊपर जो आंतरिक परिवार समिति ने रिपोर्ट भी अगेंस्ट दिया है। एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है। कानून का मिस यूज कर उन्होंने स्टे लिया है।

पूरे रिकार्ड चेक किया करना पड़ेगा। लेकिन ये बात तो तय है कि उसके साथ अपराध हुआ था। लेकिन एफआईआर दर्ज नहीं किया गया है। सरसरी तौर पर मैंने रिपोर्ट देखा है। पुराने मामले मुझे विरासत में लगभग 550 मिले हैं जिसको निराकरण करने में समय लगेगा। पुराने अध्यक्ष ने कितना काम किया इस पर कुछ नहीं बोलना चाहती। अभी तो आयोग में सदस्य भी नियुक्ति नहीं हुए हैं। जल्द ही सदस्य नियुक्त किया जाएगा। अभी मैं 6 से 7 घंटा काम कर रही हूं।

जब से मैंने काम सम्भाला है तब से 50 से 100 केस आ रहे हैं। कोरोना काल में जितना ज्यादा हो सके निबटारा करते जा रही हूं। उन्होंने कहा महिला आयोग में पुरुष भी शिकायत लेकर पहुंच जाते हैं अब तक मैंने 20 आवेदन वापस किए हैं उन्होंने कहा हमारी संवैधानिक बाध्यताएं हैं। ऐसे लोगों को निर्देश भी दिया है कि घर में मां, बहन, भाभी और कई महिला रिश्तेदार होती हैं। पुरुषों की समस्याओं को आयोग के सामने यह लोग रख सकते हैं। प्रदेश महिला आयोग अध्यक्ष ने बताया कि मैंने इस विषय पर डॉक्टरेट किया है। मामले को अच्छी तरह से समझती हूं। इसलिए न्याय करने में परेशानी नहीं होगी।

महिलाओं को आना होगा सामने

पिछले 13 महीने और खासकर रेप के मामले सामने आए हैं। आखिर वजह क्या है। क्या इन मामलों पर न्याय होगा। किरणमयी नायक ने बताया कि पुलिस क्षेत्राधिकार में दखल नहीं दे सकते हैं। देखने में आया है कि 100 मामलों में तीन मामलों में ही न्याय मिलता है। वकील हूं इसलिए अब मामलों को गंभीरता और प्रमाणिकता के साथ रखा जाएगा। कोई दोषी नहीं बचेगा। नायक ने बताया कि महिलाओं को सामने आना होगा। यदि वकील की मांग करती हैं तो उन्हें विधिक सहायता केन्द्र से सुविधा दी जाएगी।

इच्छामृत्यु की मांग, लिव इन रिलेशन को बताया गलत

उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से बलात्कार के मामले बढ़े हैं। लेकिन मामले कुछ अलग भी है। रायपुर में एक महिला ने इच्छामृत्यु की मांग की है। यह मामला बिलकुल जुदा है। लिव इन रिलेशन के बाद दोनों के बीच जबरदस्ती शादी हुई। फिर दोनों अलग हो गए। अब महिला ने इच्छामृत्यु की मांग की है। लेकिन यह भी सही है कि हमारे यहां लिव इन रिलेशनशिप को स्थान नहीं है। मामले को समझा जाएगा।

ये रहे मौजूद

जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान, जिला ग्रामीण अध्यक्ष विजय केशरवानी, जिला शहर कंाग्रेस अध्यक्ष प्रमोद नायक, महिला कंाग्रेस अध्यक्ष सीमा पाण्डेय,सीमा लौव्हात्रे, वाणीराव, पार्षद संध्या तिवारी, शहजादी कुरैशी, प्रवक्ता रिषि पाण्डेय सहित अन्य लोग मौजूद थे।

Home / Bilaspur / तत्कालीन आईजी पवन देव ने कानून का मिसयूज किया है-महिला आयोग अध्यक्ष

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो