जिला प्रशासन ने न्यू कंपोजिट बिल्डिंग में ईवीएम के साथ वीवीपेट मशीन भी रखी हैं। यहां आने वाले ग्रामीणों और आम लोगों को मशीन के बारे में बताया जा रहा है। वीवीपेट मशीन के डिस्प्ले में पांच सेकेंड तक मतदाताओं को उस पार्टी का चिन्ह दिखाई देगा, जिस पर उन्होंने वोट दिया है। पांच सेकेंड बाद वह नीचे बॉक्स में चली जाएगी। हालांकि गलत बटन दब जाने पर सुधार की कोई गुंजाइश नहीं होगी। विगत दो दिनों में 180 मतदाताओं ने मतदान का डेमो देखा और वीवीपेट मशीन की तारीफ की। जिले में हैदराबाद से 2304 वीवीपेट मशीनें आई हैं। राजनैतिक दलों की संतुष्टि के लिए ईसीआईएल हैदराबाद से 6 सदस्यीय इंजीनियर्स की टीम भी 28 दिनों तक जिले में डेरा डाले रही। टीम ने मशीन को लेकर उठ रही क्षेत्रीय राजनैतिक पदाधिकारियों की जिज्ञासाओं को शांत किया। हालाकि इंजीनियर्स द्वारा आयोजित प्रशिक्षण में पार्टियों ने ज्यादा रुचि नहीं ली।
आम लोगों की प्रतिक्रियाएं
गतौरी गांव निवासी रामकुमार लोनिया ने कहा कि मशीन से धांधली रुकेगी। जिस पार्टी का हम मतदान करेंगे, मशीन में उस पार्टी का चुनाव चिंह दिखता है। जिज्ञासु शर्मा ने बताया कि इससे मन की शंका दूर होगी। इसके पहले ईवीएम में हम बटन दबाते थे, तो सिर्फ आवाज सुनाई देती थी, अब हम देख सकते हैं कि हमने किसे मत दिया है। वहीं रोमन प्रसाद साहू ने कहा चुनाव में पारदर्शिता आएगी और पोलिंग बूथों पर होने वाले विवाद भी रुकेंगे।
गतौरी गांव निवासी रामकुमार लोनिया ने कहा कि मशीन से धांधली रुकेगी। जिस पार्टी का हम मतदान करेंगे, मशीन में उस पार्टी का चुनाव चिंह दिखता है। जिज्ञासु शर्मा ने बताया कि इससे मन की शंका दूर होगी। इसके पहले ईवीएम में हम बटन दबाते थे, तो सिर्फ आवाज सुनाई देती थी, अब हम देख सकते हैं कि हमने किसे मत दिया है। वहीं रोमन प्रसाद साहू ने कहा चुनाव में पारदर्शिता आएगी और पोलिंग बूथों पर होने वाले विवाद भी रुकेंगे।