जिले में कोरोना के मामले तेजी से सामने आ रहे है। रेलवे अधिकारी हो या कर्मचारी सभी कोरोना की चपेट में आते जा रहे है। जोनल मुख्यालय बिल्डिंग में रेलवे सुरक्षा बल 4 अधिकारी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए है। मालूम हो की तीन दिन पूर्व स्वास्थ्य विभाग की सूची में जोनल हेडक्वाटर में पदस्थ एक जवान का नाम कोरोना संक्रमित की सूची में आया था उस दौरान रिपोर्ट की जांच करने पर स्वास्थ्य विभाग ने जवान का नाम गलती से आने की बात कही थी।
इस दौरान आरपीएफ महानिरीक्षक सह प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त अमिय कुमार सिन्हा के निर्देश पर हेडक्वाटर में पदस्थ 38 जवानों का सुरक्षा के लिहाज से कोरोना टेस्ट कराया गया। मंगलवार को आई रिपोर्ट में 4 अधिकारी कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। आरपीएफ जवानों के कोरोना संक्रमित होने के बाद जोनल हेडक्वाटर में दहशत का महौल है। इसका कारण है यह कि जोन मुख्यालय बिल्डिंग की सुरक्षा को लेकर आरपीएफ के जवान पूरे कार्यालय में गस्त करते रहते है।
रोकथाम के उपाय लेकिन लापरवाही के चलते व्यवस्था चरमराई
जोनल मुख्यालय में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए हर बाहर से आने वाले की जांच के सकत निर्देश दिए गए थे। जोनल बिल्डिंग में प्रवेश करने वाले कुछ की जांच तो होती थी लेकिन जाने पहचाने चेहरों को बिना जांच व सैनिट्राइजर से हाथ साफ कराए ही जाने दिया जाता था, इस लचर व्यवस्था के चलते कोरोना दबे पाव जोनल मुख्यालय में प्रवेश कर गया। पहले इंजीनियरिंग व अब आरपीएफ हेडक्वाटर को अपनी चपेट में ले लिया है।
के जवान लगातार आते जा रहे है। लगभग 4 दिन पूर्व कोरोना संक्रमित जवानों की संख्या को देखते हुए आरपीएफ मंडल कार्यालय कोरोना वायरस संक्रमण फैलाव तेजी से फैल रहा है। जोन बिल्डिंग रेलवे सुरक्षा बल हेडक्वाटर में पदस्थ अधिकारी व कर्मचारियों की संभावना के अधार पर 38 की जांच कराई गई थी।
जांच रिपोर्ट में 4 अधिकारी संक्रमित पाए गए है। जांच रिपोर्ट आने के बाद रेलवे सुरक्षा बल जोनल कार्यालय सप्ताह भर के लिए बंद कर दिया गया है। वही जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में पदस्थ सामान्य विभाग का अधिकारी भी कोरोना पाजिटीव पाया गया है, जांच रिर्पोट में खुलासा होने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय को भी बंद किया गया है।