विशेषज्ञों के मुताबिक आज के समय में अनियमित खानपान, नींद की कमी, देर रात तक जागने की आदत, तनाव और अनियमित दिनचर्या के कारण लोगों में इम्यूनिटी (रोग प्रतिरोधक क्षमता) घट रही है। इसके अलावा मौसमी बदलाव के दौरान शक्तिशाली हुए बाहरी बैक्टीरिया और वायरस भी रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर कर सकते हैं।
ऐसे बढ़ाएं इम्यूनिटी (increase immunity power):
हेल्दी डाइट:
नियमित ताैर पर सेहतमंद आहार का सेवन करने से शरीर रोग प्रतिरोधक क्षमता का निर्माण खुद कर लेता है। इसलिए अपने आहार में पोषक युक्त चीजों का चुनाव करें। विटामिन सी और बीटा कैरोटीन इम्युनिटी बढ़ाता है। इसके लिए मौसमी, संतरा, नींबू लें। जिंक का भी शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में बड़ा हाथ है। जिंक का सबसे बड़ा स्त्रोत सीफूड है, लेकिन ड्राई फ्रूट्स में भी जिंक भरपूर मात्रा में पाया जाता है। फल और हरी सब्जियां भरपूर मात्रा में खाएं। साथ समय पर खाना खाएं। जंक फूड, प्रिजरवेटिव्स युक्त फूड और ज्यादा तला- भूना खाने से बचें।
शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में बढ़ोतरी करने में यौगिक क्रियाएं बेहद फायदेमंद हैं। किसी योगाचार्य से सीखकर इन क्रियाओं को इसी क्रम में करना चाहिए : कपालभांति, अग्निसार क्रिया, सूर्य नमस्कार, ताड़ासन, उत्तानपादासान, कटिचक्रासन, सेतुबंधासन, पवनमुक्तासन, भुजंगासन, नौकासन, मंडूकासन, अनुलोम विलोम प्राणायाम, उज्जायी प्राणायाम, भस्त्रिका प्राणायाम, भ्रामरी और ध्यान।
शरीर से जहरीले पदार्थ निकालने में भी एक्सरसाइज मदद करती है। दरअसल, व्यायाम करने के दौरान हम गहरी, लंबी और तेज सांसें लेते हैं। ऐसे में फेफड़ों में जमा जहरीले पदार्थ बाहर निकल जाते हैं। इसके अलाव पसीना के जरिए भी शरीर से गंदे पदार्थ बाहर निकलते हैं। एक स्टडी के मुताबिक अगर रोजाना सुबह 45 मिनट तेज चाल से टहला जाए तो सांस से संबंधित बीमारियां दूर होती हैं और बार-बार बीमारी होने की आशंका को आधा किया जा सकता है। नियमित व्यायाम से शरीर के ब्लड सर्कुलेशन में बढ़ोतरी होती है, मसल्स टोन होती हैं, कार्डिएक फंक्शन बेहतर होता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता में बढ़ोतरी होती है।