1. आप जब भी खुश होते हैं, तो कभी भी अपनी सेहत को उसका कारण नहीं मानते?
अ: सहमत
ब: असहमत
2. सेहत से मिली खुशी के अलावा आप बाकी खुशियों में जश्न मनाते हैं?
अ: सहमत
ब: असहमत
3. आपके लिए खुशी के मायने मन की संतुष्टि होना है, तन की तंदुरुस्ती नहीं ?
अ: सहमत
ब: असहमत
4. आप खुशियां पाने या दूसरों को खुश करने के लिए सेहत को दांव पर लगा देते हैं ?
अ: सहमत
ब: असहमत
5. आपकी प्राथमिकताओं में खुशी पाना ज्यादा जरूरी है, सेहत को आप उतना महत्व नहीं देते ?
अ: सहमत
ब: असहमत
6. आप खुशी पाने के लिए जोखिम लेते हैं, तो ये कम ही सोचते हैं कि शरीर पर क्या असर पड़ेगा?
अ: सहमत
ब: असहमत
7. आपके अनुभवों में सेहत के नाम पर समझौता करके मिली खुशी बाद में परेशान करने वाली है ?
अ: सहमत
ब: असहमत
8. आप खुशी पाने में समय व पैसा खर्च करते हैं, लेकिन सेहत के लिए कंजूसी दिखाते हैं या फिर पैसे ही खर्च नहीं करते?
अ: सहमत
ब: असहमत
9. आपकी सोच और व्यवहार में सेहत हमेशा खुशी के आगे घुटने टेक समर्पण करती है?
अ: सहमत
ब: असहमत
स्कोर और एनालिसिस –
आपकी खुशी ‘नकली’ है: सात या उससे ज्यादा (अ) विचारों से सहमत हैं, तो आपकी खुशी में दम नहीं है। आप खुश तो हैं लेकिन उसमें सेहत नहीं है। आपके पास सेहत नहीं है, तो फिर खुशी बेकार है। सच्ची खुशी चाहिए तो सबसे पहले अपनी सेहत पर ध्यान दीजिए।
आपकी खुशी में दम है: सात या उससेे ज्यादा (ब) विचारों से सहमत हैं तो आपकी खुशी सच्ची है। आप अपनी अच्छी आदतों से छोटी-सी खुशी को भी कई गुना बढ़ा सकते हैं और सबके साथ बांट सकते हैं। अपनी अच्छी सोच और अनुशासन को बनाए रखेंगे तो खुशियां खुद-ब-खुद आपके पास चली आएंगी।