असंतुलन की स्थिति व्यक्ति के लगातार उल्टी व दस्त की समस्या से बनती है। पानी कम पीने से शरीर में नमक की कमी होने लगती है। साथ ही पेटदर्द या दस्त से शरीर में जरूरी पोषक तत्त्व तेजी से घटते हैं। भागदौड़ या वर्कआउट के दौरान निकले पसीने के कारण मिनरल्स बाहर निकल जाते हैं जिनकी पूर्ति होनी जरूरी है।
दिन में तीन बार से ज्यादा उल्टी या दस्त होना, मुंह अचानक सूखने लगना, आंखों के नीचे सूजन, अधिक नींद आना, पेट में मरोड़ के साथ हल्का दर्द, कमजोरी व थकान महसूस होना, हाथ-पैरों में कंपन, बदन दर्द, भूख न लगना, चक्कर आना, आंखों से धुंधला दिखाई देना, पेशाब में तकलीफ इसके प्रमुख लक्षण हैं।
शरीर में पानी या सोडियम की कमी से स्वभाव चिड़चिड़ा और ब्लड प्रेशर तेजी से घटता है। सोडियम लेवल 135 मिलीइक्वीवेलेंट प्रति लीटर से कम होने पर दिमाग में सूजन आने से झटके आते हैं। यह स्तर 110 से कम होने पर वह कोमा में जा सकता है। वहीं पोटेशियम रक्त में 2 फीसदी और शरीर की कोशिकाओं में 98 फीसदी होता है। यह स्तर कम होने पर हार्ट में ब्लॉकेज की स्थिति पैदा होती है।