ठंडा पानी (चिल्ड नहीं) खूब पिएं। तांबे के बर्तन में रखा पानी शरीर से विषैले पदार्थों को दूर करने का काम करता है।
आयुर्वेद विशेषज्ञों के अनुसार शतावरी, ब्राह्मी, अश्वगंधा जैसी जड़ी-बूटियां और त्रिफला व सुदर्शन चूर्ण शरीर से दूषित पदार्थों को बाहर निकालने का काम करते हैं।
मार्केट में हर्बल सिगरेट उपलब्ध है। हल्दी, तुलसी, दालचीनी, अदरक, मुलेठी, लौंग और गुग्गल से बनी हर्बल सिगरेट धूम्रपान की तलब को कम करती है और आप निकोटिन व कार्बन मोनोऑक्साइड से बच जाते हैं।
अदरक, आंवला, हल्दी व सितोपलादि चूर्ण की गोली मुंह में रखने से भी सिगरेट की इच्छा कम होती है।
योग की नेति क्रिया स्मोकिंग छोडऩे में मदद करती है।
स्मोकिंग छोडऩे पर कई लोगों के मुंह का स्वाद बदल जाता है। ऐसा हो तो कम वसा वाला शाकाहारी आहार लें। ब्रेड, कॉफी, चाय, डेयरी उत्पाद व मांस में एसिडिक तत्व ज्यादा होते हैं इनसे परहेज करना चाहिए।
स्मोकिंग बंद करेंगे तो शरीर में निकोटिन घटेगा। भूख बढ़ेगी और मोटापा बढ़ सकता है इसलिए लो- कैलोरी वाले खाद्य पदार्थ जैसे अंगूर, सूप, सभी सब्जियां आदि खाएं।
धूम्रपान और तंबाकू का गुटखा या पान मसाले के साथ सेवन फेफड़ों का कैंसर, स्ट्रोक, हृदय रोगों का खतरा बढ़ाता है। यदि कोई व्यक्ति धूम्रपान छोडऩा चाहता है तो घरवाले और दोस्त उसकी मदद करें। उसे बार-बार उसकी गलत हरकतों के लिए ताने देने से बचना चाहिए।
अगर धूम्रपान की लत से बचने के लिए आपको किसी तरह की काउंसलिंग या मनोचिकित्सक की जरूरत हो तो उनसे अवश्य संपर्क करें। उनकी सकारात्मक सोच आपके विचारों को और मजबूत बनाने का काम करेगी।