मोटापा भुलक्कड़ बना सकता है –
शिकागो के वैज्ञानिकों की मानें तो पेट पर ज्यादा चर्बी भुलक्कड़ बना सकती है। दिमाग का ‘स्मृति केंद्र’ यानी हिप्पोकैम्पस व लिवर, पीपीएआर अल्फा पर निर्भर करते हैं। लिवर इसका प्रयोग पेट की चर्बी को बर्न करने के लिए करता है और हिप्पोकैम्पस मेमोरी को प्रोसेस करने में। पेट की चर्बी ज्यादा होने से लिवर को इसे बर्न करने के लिए पीपीएआर अल्फा का ज्यादा प्रयोग करना पड़ता है। नतीजतन दिमाग को ‘फूड’ कम उपलब्ध होने से याददाश्त कमजोर होने लगती है।
वसायुक्त भोजन व्यवहार पर भारी –
एक नए अध्ययन में चेतावनी दी गई है कि अत्यधिक वसायुक्त भोजन घबराहट, याददाश्त में कमी और बर्ताव में दोहराव का कारण बन सकता है। हमारी आंतों में कई सूक्ष्मजीव पाए जाते हैं जो भोजन को पचाने का काम करते हैं। वसायुक्त भोजन लेने पर दिमाग और इन सूक्ष्मजीवों में तालमेल गड़बड़ा जाता है जिससे तनाव, मूड स्विंग होना,बेचैनी और चिड़चिड़ापन होने लगता है।