यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, सेमेल इंस्टीट्यूट के माइन्डफुल अवेयरनेस रिसर्च सेंटर की निदेशक डायना विंसटन कहती हैं, ‘भूल जाना या क्षमा करना दिल का काम है। दिल के सुकून के लिए बुरी चीजों व बुरे लोगों को भूल जाना या माफ कर देना चाहिए। क्रोध जलते कोयले जैसा है, जो हमारे ही हाथ जलाता है। बदले की भावना भी दिल और दिमाग पर बुरा असर डालती है।
सेहत के लिए लाभदायक
साइकोलॉजिस्ट, लेखक और फॉरगिवनेस थेरेपी एक्सपर्ट रॉबर्ट डी एनराइट कहते हैं, ‘दयालुता और लोगों से प्यार की भावना ही क्षमा करने के लिए प्रेरित करती है। भले ही आपके लिए ऐसा करना भावनात्मक
रूप से कठिन हो, लेकिन आपको अपनी सेहत की खातिर यह गुण अपना लेना चाहिए। कई अनुसंधानों के नतीजों में पाया गया है कि फोरगिवनेस थेरेपी का भावनात्मक और शारीरिक सेहत पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।