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नई पीढ़ी का रोग है ‘सेल्फी एल्बो’

मोबाइल फोन के कैमरे से खुद का फोटो यानी सेल्फी लेने का शौक युवाओं में खूब देखने को मिल जाएगा।

Apr 17, 2018 / 04:43 am

शंकर शर्मा

Selfie elbow

मोबाइल फोन के कैमरे से खुद का फोटो यानी सेल्फी लेने का शौक युवाओं में खूब देखने को मिल जाएगा। किसी और से फोटो खिंचवाने के बजाय खुद ही फोटो लेने का चस्का युवाओं में बढ़ता ही जा रहा है। इस शौक के चलते कई लोगों को विभिन्न तरह के हादसों का शिकार भी होना पड़ा है। इसके अलावा यह शौक युवाओं को दे रहा है एक नया रोग और इसका नाम है ‘सेल्फी एल्बो’।

सेल्फी एल्बो के प्रकार
खेल के मैदान में बार-बार एक ही शॉट लगाने से कोहनी में दर्द होता है, इसे टेनिस एल्बो,गोल्फर्स एल्बो के नाम से जाना जाता है। लेकिन बिना खेल के मैदान में गए आज के युवा कोहनी के नए दर्द से जूझ रहे हैं। इसे मेडिकल भाषा में सेल्फी एल्बो कहते हैं। सेल्फी एल्बो में गर्दन, कंधा कोहनी, कलाई और हाथ की पकड़ को नुकसान पहुंचता है ।


जब हम सेल्फी लेते हैं तो हमारी गर्दन और हाथ की एक विशेष स्थिति होती है जिसमें गर्दन और कंधा ऊपर उठा हुआ,कोहनी सीधी या थोड़ी मुड़ी हुई तथा कलाई भी मुड़ी हुई रहती है।

कोमल टिश्यूज का नुकसान
बार-बार एक ही तरह का काम करने पर कोहनी के कोमल टिश्यूज का नुकसान होता है। उनके घर्षण से दर्द व सूजन आ जाती है। हो सकता है यह दर्द तुरंत न हो लेकिन धीरे-धीरे यह उस अवस्था में पहुंचा देता है जहां रोज मर्रा के काम करने में कोहनी में दर्द होता है।

उपचार
सेल्फी एल्बो का उपचार फिजियोथेरेपिस्ट द्वारा किया जाता है । वह कोहनी के दर्द को आराम पहुंचाने वाली कसरत करवाता है। कसरत कोहनी के मसल्स को ताकत प्रदान करती है। यह शरीर में होने वाले नुकसान को भी कम करती है। दर्द व सूजन को ठीक करने के लिए मैनुएल थेरेपी से भी उपचार किया जाता है। फिजियोथेरिपिस्ट अपने हाथों से भी मरीज के जोड़ों पर काम करता है।

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