मुझे कोई दिक्कत नहीं:
अभिषेक ने एक इवेंट में कहा, ‘प्रत्येक को कहने और बोलने का अधिकार है और यदि लोगों को कुछ सीन अच्छे नहीं लगते हैं, तो फिल्म से इसे हटाने पर मुझे कोई दिक्कत नहीं है। बशर्ते कि फिल्म की कहानी न प्रभावित हो।’ उन्होंने कहा, ‘फिल्म का हिस्सा होने के नाते, हमारा प्रमुख मकसद किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं है। यदि लोग कुछ सीन का विरोध करते हैं जिससे कि फिल्म का बिजनेस प्रभावित हो सकता है तो मुझे लगता है कि एक्जिबिटर अपनी जगह सही है।’
सिख समुदाय ने जताई थी आपत्ति:
सिख समुदाय द्वारा विरोध करने के बाद फिल्म से दो धूम्रपान सहित तीन सीन हटा दिए गए हैं। अभिषेक का मानना है कि फिल्म से सीन का हटना कोई बड़ी बात नहीं है क्योंकि यह फैसला लोगों के हित में लिया गया है। उन्होंने कहा, ‘अगर किसी को कुछ सीन पर आपत्ति है, तो यह उसकी राय है और हर किसी को अपनी बात रखने का अधिकार है। मेरा मानना है कि समुदाय के एक व्यक्ति भी किसी चीज पर खुश नहीं हैं, तो हम सभी को एक-दूसरे के विश्वासों को समझने की कोशिश करनी चाहिए और यदि वास्तव में कोई मुद्दा है, तो हमें इस पर काम करना चाहिए।’
निर्णय से पहले समस्या और आपत्ति के बारे में जाननना जरूरी:
बॉलवुड अभिनेता ने साथ ही कहा कि यदि सीन के काटने से फिल्म की कहानी बदलती है तो वह इस पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करेंगे और इस पर विचार-विमर्श किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘कोई भी निर्णय लेने से पहले, यह समझना महत्वपूर्ण है कि समस्या क्या है और आपत्ति क्या है।’