भोजन, पानी, घर और स्वास्थ्य सबसे जरूरी
एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा ने जीवन के सार, लॉकडाउन, जरूरतमंदों की सहायता और सोच बदलने को लेकर विस्तार से फैंस को बताया। उनका कहना है कि अपने आप को व्यस्त बताकर जिन चीजों से हम भाग रहे थे, उनके बारे में सोचने को मजबूर होना पड़ा है। इस समय का सम्मान करते हुए हमें इसका उपयोग करना चाहिए जिससे आगे बढ़ने के लिए उजाला मिल सके। मेरे लिए सबसे महत्तवपूर्ण ये है कि मेरे परिवार के लिए भोजन, पानी, घर और अच्छा स्वास्थ्य हो। इसके अलावा जो मिलता है, उसके लिए कृतज्ञता से मेरा सिर झुकता है। हालांकि हमारे लिए जो आधारभूत जरूरतें हैं वे सबके लिए हों, जरूरी नहीं। ऐसे लोग भी हैं जो इन आधारभूत चीजों के लिए परेशान हो रहे हैं। उनके साथ मेरी दुआएं हैं। उनकी मैं हर संभव मदद करूंगी। इस समय ने मुझे और प्रतिक्रियावादी बना दिया है। ये समय हर व्यक्ति को व्यक्तिगत और भौतिक अनुभव देगा जो हमसब के साथ रहने वाला है।
स्वयं की क्षमता पर विश्वास
पूर्व मिस इंडिया और एक्ट्रेस गुल पनाग ने एक इंटरव्यू में बताया कि कोरोना से लड़ाई का ये दौर लोगों की मानसिकता को बदलेगा, खासतौर पर स्वयं की क्षमता पर विश्वास ना करने को। कोरोना जैसी कठिन परेशानी के लिए ऐसे ही उपाय काम में लेने होते हैं। इसी तरह सरकार को भी लॉकडाउन जैसा अप्रत्याशित कदम उठाना पड़ा। गुल का कहना है कि लॉकडाउन के दौर में लोगों को ये महसूस हो रहा है कि आप सबकुछ कर सकते हैं।
संयम की सीख
अभिनेता अनुपम खेर इन दिनों खुद से बात करने में लगे हैं। वे अपने अनुभवों को फैंस के साथ साझा भी करते हैं। उनका कहना है कि अगर हम बुरे वक्त को स्वीकार लें, तो वो बुरा वक्त नहीं होता। सारा खेल स्वीकार्यता का है। जिस दौर से हम लोग गुजर रहें हैं, उस पर हमारा कोई बस नहीं इसलिए हम संयम में है। हमें इस बुरे वक़्त से ये सीख मिल रही है। हर बुरे में भी कुछ अच्छा हो सकता है। स्टार का कहना है कि ईश्वर हमें अपने आप से कुछ बातें करने का अवसर देता है। क्योंकि अधिकतर समय हमारी लाइनें बिजी रहती हैंं। लॉकडाउन वह समय है जब हमें अपने आप से बात करनी चाहिए।
घर से काम करना सीखा दिया
सोशल मीडिया पर सक्रिय अभिनेता अमिताभ बच्चन का कहना है कि कोरोना ने हमें सिखा दिया है कि घर से काम करने में काम हो सकता है। उनका कहना है कि सामान्य हो जाने की दौड़ की आपाधापी में, हमें ये समय इस्तेमाल करना चाहिए। ये सोचने के लिए की वो कौन सी चीजें हैं जो सामान्य होने लायक हैं।