सबसे चुनौतीपूर्ण फिल्म
दीपिका ने बताया कि यह फिल्म “भावनात्मक रूप से यह मेरी लिए सबसे चुनौतीपूर्ण फिल्म है। शूटिंग से पहले हमने कई तरह की तैयारी की थी। लुक टेस्ट, प्रोस्थेटिक्स-कॉस्टयूम पर काम, को-एक्टर्स और मेघना (गुलजार) के साथ रीडिंग आदि। मैंने लक्ष्मी (अग्रवाल) के साथ भी काफी समय बिताया था। लेकिन इस तरह की फिल्म के लिए कभी पूरी तरह तैयार नहीं हुआ जा सकता।”
‘ठीक से खाना भी नहीं खा सकती थी’
दीपिका ने इंटरव्यू में कहा, “पूरी फिल्म के दौरान प्रोस्थेटिक्स के चलते मैं सिर्फ नाक से सांस ले रही थी। मैं ठीक से खाना नहीं खा सकती थी, क्योंकि मुंह पूरी तरह नहीं खोल सकती थी। उस पर यह इमोशनल जर्नी थी। मैं यह सब करने को तैयार थी, क्योंकि यह वह कहानी थी, जो हमें बतानी थी। यह मेरी उस जिंदगी से ज्यादा महत्वपूर्ण था, जो मैं हर दिन कुछ घंटे के लिए जी रही थी। जब मैं खुद को कुछ कमजोर महसूस करती तो लक्ष्मी और दूसरे सर्वाइवर्स के बारे में सोचती थी, जिन्होंने काफी कुछ सहा। इससे मुझे पूरे दिन मदद मिलती थी।”