वायरल तस्वीर पर कई लोगों ने सवाल किया कि क्या दिलीप कुमार(Dilip Kumar ) बीमारी और बुढ़ापे के कारण इतना बदल गए हैं। वहीं इसको लेकर कई ट्वीट्स भी किए गए। ऐसे में फैंस को परेशना देख खुद दिलीप कुमार के ट्विटर से इस बारे में आधिकारिक जानकारी दी गई।
ट्विटर पोस्ट में लिखा गया, ‘इस तस्वीर में जो शख्स सम्मान लिए बैठे हैं वो दिलीप कुमार नहीं बल्कि उनके भाई असलम खान हैं। दिलीप कुमार इस तस्वीर में नहीं हैं।’ वैसे बता दें कि वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स से पहले दिलीप कुमार को 1994 में दादा साहेब फाल्के अवार्ड और 2015 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया जा चुका है।
गौरतलब है कि दिलीप कुमार आखिरी बार 1998 में आई फिल्म किला में बड़े पर्दे पर नजर आए थे। वहीं मुगल-ए-आजम, देवदास जैसी कई फिल्मों से दिलीप कुमार ने सभी का दिल जीता है।
हिंदी सिनेमा जगत में अपनी अलग पहचान बनाने वाले दिलीप साहब आज भी सोशल मीडिया के जरिए अपना जीवन, हसरतें, बधाईयां और स्वास्थ्य की जानकारी साझा करते रहते हैं। हालांकि उनका आधिकारिक ट्विटर हैंडल उनके भतीजे फैजल फरूखी द्वारा संभाला जाता है, लेकिन यह सब साहब की देखरेख में ही होता है।