गीता बाली (Geeta Bali) की मुलाकात शम्मी कपूर से साल 1955 में फिल्म ‘रंगीन रातें’ की शूटिंग के दौरान हुई। इस फिल्म में उन्होंने कैमियो किया था लेकिन दोनों का प्यार यहीं से शुरू हो गया था। शम्मी गीता के प्यार में इस कदर खो गए थे कि उन्होंने 4 महीने के अंदर ही उनसे शादी कर ली। सुत्रों के मुताबिक, शम्मी कपूर ने अपनी शादी की जानकारी घर में नहीं दी थी। शादी के बाद सब कुछ ठीक चल रहा था लेकिन जब गीता ने बेटी को जन्म दिया उसके बाद से ही उनकी तबीयत खराब होने लगी थी। दरअसल, उन्हें चेचक की बीमारी हो गई थी और साल 1965 में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया।
पत्नी के देहांत के बाद शम्मी कपूर काफी टूट गए थे। उन्होंने अपना ख्याल रखना तक छोड़ दिया था जिसके बाद घरवालों ने उनपर शादी का दबाव बनाया। परिवार चाहता था कि वो नीला देवी से शादी कर लें। शम्मी को घरवालों ने बड़ी ही मुश्किल से मनाया और एक रात उन्होंने नीला देवी से रात के 2 बजे फोन पर बात की जो सुबह खत्म हुई। उस दौरान उन्होंने गीता और अपने बच्चों के बारे में बताया और अपने बारे में भी जानकारी दी। शादी के पहले शम्मी ने नीला के सामने एक शर्त रखी कि वो कभी मां नहीं बनेंगी जिसे नीला ने मान लिया। फिर दोनों ने परिवार की रज़ामंदी से शादी कर ली।