अभी हाल ही में उनकी बहन के द्वारा बोले गए अपत्तिजनक बयान पर पर्दा डालने के लिये उतरी कागंना को उनका पक्ष लेना भारी पड़ गया। एक वीडियो बयान में की गयी ‘आपत्तिजनक’ बातों को लेकर कंगना रनौत के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गयी है। यह शिकायत मुम्बई के अम्बोली पुलिस स्टेशन में वकील ने दर्ज कराई है।
वकील ने कंगना पर आरोप लगाया है कि उन्होंने अपनी बहन रंगोली के बचाव में एक ऐसा वीडियो बनाया था, जिसकी भाषा काफी आपत्तिजनक है और उनके द्वारा जारी किए गए इस वीडियो में एक वर्ग विशेष को निशाना बनाया गया है, जिसमें उनके लिए ‘आतंकवादी’ शब्द का इस्तेमाल किया गया है।
कंगना रानौत पर आरोप लगाने वकील ने यह भी कहा है कि, “इस वीडियो में ‘एक आतंकवादी को आतंकवादी नहीं कह सकते?’ जैसे लफ्जों का इस्तेमाल किया गया है, जो एक समुदाय विशेष को बदनाम करने के साथ धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने की सोची-समझी कोशिश है।”
वकील अपनी लिखित शिकायत में कंगना रनौत के खिलाफ आईपीसी की धारा 153ए, 153बी, 295ए, और 298 के तहत कार्रवाई करने की मांग की है।
बता दें कि यह मामला उस समय का है जब उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद इलाके की एक बस्ती में कोरोना वायरस के टेस्ट के लिए डॉक्टर्स की टीम पहुंची थी और उनके साथ काफी निंदनीय व्यवाहर किया गया था। उनको ना केवल वहां से भगाया जा रहा था बल्कि पत्थरबाजी की गई थी। जिससे कई स्वास्थ्यकर्मी घायल भी हुए थे। और इस तरह से हुए हमले की सभी ने निंदा की थी। लेकिन कंगना की बहन रंगोली ने बेहद आपत्तिजनक भाषा का उपयोग करते हुए ट्वीट्स के जरिए स्वास्थ्यकर्मियों पर हमला करने वालों को लेकर अपनी राय जाहिर करते हुए हमलावरों को ‘आतंकवादी’ करार दे दिया था।
रंगोली ने अपने ट्वीट पर टिप्पणी भर नही की उन्होंने यह भी कह दिया था कि ऐसे हमलावरों को सरेआम गोलियों से उड़ा देना चाहिए। फिर क्या था उनके इस ट्वीट के बाद काफी बवाल खड़ा हो गया। हंगामे को बढ़ता देख ट्वीटर ने रंगोली चंदेल का ट्वीटर हैंडल सस्पेंड कर दिया था।
इसके बाद कंगना ने भी अपनी बहन रंगोली द्वारा कही गयी आपत्तिजनक बातों को लेकर एक वीडियो बयान जारी या था जिसमें वे बहन का बचाव करती नजर आईं। लेकिन उनका बहन को बचाना तब भारी पड़ गया जब इसी वीडियो को लेकर कंगना की शिकायत पुलिस में दर्ज करा दी गई। उल्लेखनीय है कि पिछले हफ्ते इसी वकील ने ही रंगोली के खिलाफ भी अम्बोली पुलिस स्टेशन में ही शिकायत दर्ज कराई थी।