पुलकित सम्राट ने तनुश्री-नाना पाटेकर विवाद पर अपनी राय एक ओपन लैटर के जरिए रखी है। पुलकित के लैटर के अनुसार, हमारी सोसायटी में चुप्पी साध लेने को बढ़ावा दिया जाता हैै। पॉवरफुल लोगों के खिलाफ बोलने में हमें किन्ही कारणों से डर लगता है। हालांकि इस इंडस्ट्री से जुड़े होने के नाते हमें महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए आगे आना चाहिए। अगर हमें ऐसे लोगों के बारे में पता है जो हमेशा गलत व्यवहार करने में शामिल होते हैं और वो हमारे सामने होता है तो हमें आगे आकर उनकी रिपोर्ट करनी चाहिए। एक इंडस्ट्री के तौर पर हमें ऐसे लोगों को बाहर करना चाहिए जो अपने सहकर्मियों का सम्मान नहीं कर सकते हैं। उन्होंने आसाराम और राम रहीम के मामलों का उदाहरण भी इस लैटर में दिया है।
पुलकित का कहना है कि राम रहीम और आसाराम जैसे लोग इसलिए मौजूद हैं कि उन्हें हमने भगवान जैसा दर्जा दिया। पत्र के सार को अलग से बताते हुए पुलकित ने इंडस्ट्री के लोगों से आगे आकर सही के लिए खड़े होने का आहृवान किया है।
एक्ट्रेस अंकिता लोखंडे ने भी ट्विटर पर लिखे अपने पोस्ट में तनुश्री के 10 साल बाद सामने आने को लेकर पुरुषों को कटघरे में खड़ा किया हैै। उनका कहना है कि अगर महिला घटना के लम्बे समय बाद उसका जिक्र करती है तो इसका मतलब ये नहीं है कि यौन शोषण उसे स्वीकार है। अंकिता ने लिखा है कि सभी पुरुष ऐसे नहीं होते हैं। लेकिन कुछ को लगता है कि पुरुष होने के कारण उन्हें महिलाओं को बिना इजाजत छूने या कुछ भी करने का अधिकार है।
अंकिता ने महिलाओं को सलाह दी है कि आपके साथ कुछ गलत हुआ है तो सामने आकर बोलिए। आप अकेली नहीं हैं। हम आपके साथ खड़े होंगे। इससे आपको शर्मिन्दा नहीं होना चाहिए बल्कि पुरुष शर्मिन्दा होंगे। अभिभावको को संबोधित करते हुए अंकिता ने कहा है कि वे लड़कियों को स्कर्ट की लंबाई पर राय ना देकर लड़कों को बताएं कि लड़कियों को किसी भी रूप में परेशान ना करें।
इसी मुद्दे पर कॉमेडियन कपिल शर्मा से एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान सवाल किया गया तो कपिल ने कहा, ‘पहले मैं हर किसी मुद्दे पर अपनी राय बेबाकी से रख दिया करता था और लीगल परेशानियों में पड़ जाता था। मुझे इस मामले की डिटेल्स नहीं पता है। और अगर ऐसा कुछ भी हुआ है तो, ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। कपिल ने बताया कि वे पहले भी छेड़छाड़ जैसे मुद्दे पर अभियान चला चुके हैं।