हाल ही में एक न्यूज वेबसाइट से बात करते हुए मनोज बाजपेयी ने कहा, यह बहुत ही गलत है। किसी भी चीज का सामान्यीकरण करना गलत है। मुझे इन सबके पीछे किसी का निहित स्वार्थ लगता है। सच कहूं तो मैं इंडस्ट्री का पक्ष नहीं ले रहा हूं। क्योंकि अगर बुरे लोग हैं तो यहां अच्छे लोग भी हैं। यहां हर तरह के लोग हैं। यहां मुझे बुरे लोग भी मिलते हैं लेकिन मैं बिना डरे उनका सामना करता हूं। उनसे लड़ता आया हूं और लड़ता रहूंगा। बाकी क्षेत्रों की तरह यहां भी है। इस बातों को देखकर मुझे ऐसा लगता है कि इसमें किसी का स्वार्थ छिपा हुआ है। इस तरह के राग अलापने के पीछे कोई कारण छिपा हुआ है।
मनोप बाजपेयी आगे कहते हैं, शूल फिल्म में मेरा एक डायलॉग था- कुछ गलत हो रहा है यहां, अंधे हैं आप लोग जो आपको यह दिखाई नहीं देता है। और यह मैं आज हर किसी से कहना चाहता हूं कि यह जो दिखाया जा रहा है, बात सिर्फ वह नहीं है। यह किसी मकसद के तहत किया जा रहा है। यह मकसद आपको ढूंढ़ना पड़ेगा।’
आपको बता दें कि इससे पहले मनोज बाजपेयी ने सुशांत सिंह राजपूत की मौत को लेकर कहा था कि उन्हें नहीं लगता है कि सुशांत आत्महत्या कर सकते हैं। जरूर इसके पीछे कुछ साजिश है। मनोज बाजपेयी ने तब कहा था कि यदि यह सूइसाइड है भी तो इस मामले की जांच होनी चाहिए कि ऐसे कौन से हालात थे, जिसने सुशांत को ऐसा करने पर मजबूर कर दिया। वर्क फ्रंट की बात करें इन दिनों मनोज बाजपेयी अपने रैप सॉन्ग ‘बम्बई में का बा’ के लिए काफी चर्चा में बने हुए हैं। उनके इस गानों को काफी पसंद किया जा रहा है।