बचपन में डॉक्टर और टेलर ने नीना गुप्ता के साथ की थी छेड़छाड़
पिछले काफी वक्त से नीना अपनी ऑटोबायोग्राफी ‘सच कहूं तो’ के कारण चर्चा में बनी हुई हैं। इसमें उन्होंने अपनी जिंदगी से जुड़े कई किस्सों का खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि बचपन में वह डॉक्टर व टेलर द्वारा छेड़छाड़ का शिकार हो चुकी हैं।
नई दिल्ली। बॉलीवुड एक्ट्रेस नीना गुप्ता आए दिन सुर्खियों में बनी रहती हैं। अपने करियर की दूसरी पारी में वह एक से बढ़कर एक फिल्मों में काम कर रही हैं। उन्होंने लीग से हटकर रोल निभाकर स्टीरियोटाइप्स तोड़े हैं। पिछले कुछ सालों में उन्होंने जितनी भी फिल्मों में काम किया है उन्होंने बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त कमाई की है। साथ ही, उनकी एक्टिंग को भी खूब सराहा गया है। हालांकि, फिल्मों के अलावा वह अपनी पर्सनल लाइफ के कारण सुर्खियों में बनी रहती हैं। पिछले काफी वक्त से वह अपनी ऑटोबायोग्राफी ‘सच कहूं तो’ के कारण चर्चा में बनी हुई हैं। इसमें उन्होंने अपनी जिंदगी से जुड़े कई किस्सों का खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि बचपन में वह डॉक्टर व टेलर द्वारा छेड़छाड़ का शिकार हो चुकी हैं।
नीना ने बताया कि बचपन में उनका शोषण हो चुका है जो एक डॉक्टर व टेलर ने किया था। उन्होंने कहा कि अपनी मां के डर की वजह से कभी उनसे इस बात का जिक्र नहीं किया। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार नीना गुप्ता ने अपनी किताब में लिखा है कि जब वह स्कूल में पढ़ती थीं तब वह अपने ऑप्टिशियन (आंखों के डॉक्टर) के पास गई थीं। उनका भाई वेटिंग रूम में था।
नीना गुप्ता ने लिखा, ‘डॉक्टर ने मेरी आंख की जांच शुरू की और अचानक वह अन्य जगहों को भी चेक करने लगा, जिसका मेरी आंख से कोई संबंध नहीं था। जब मेरे साथ यह सब हुआ तो मैं बहुत डर गई थी। मुझे खुद से नफरत होने लगी थी। घर के एक कोने में चुपचाप बैठकर रोने लगीं। इस घटना से मैं बहुत डर गई थी। यहां तक कि मैं अपनी मां को भी इस बारे में बताने की हिम्मत नहीं कर पाई। मुझे लगा वह कहेंगी कि यह मेरी ही गलती थी। मैंने ही शायद उसे उकसाया होगा या कुछ किया होगा। इसके बाद कई बार उसी डॉक्टर के पास जाना हुआ और वह फिर वही सब मेरे साथ करता था।’
इसके बाद नीना ने बताया कि एक टेलर ने भी उनके साथ छेड़छाड़ की। एक्ट्रेस ने बताया कि नाप लेने के बहाने वो दर्जी उन्हें इधर-उधर छूता था। नीना लिखती हैं कि इस घटना के बावजूद उन्हें उस दर्जी के पास मजबूरी में जाना पड़ा। मुझे लगा मेरे पास कोई विकल्प नहीं था। अगर मैंने अपनी मां को बताया कि मैं उसके पास नहीं जाना चाहती तो वह मुझसे पूछेंगी कि क्यों और मुझे उन्हें बताना होगा।’