यहां देखिए कुछ ट्वीट्स
यह खबर साझा करते हुए खुशी हो रही है कि इस वर्ष ऑस्कर के लिए भारत की आधिकारिक प्रविष्टि ‘न्यूटन’ है।
-राजकुमार राव
‘न्यूटन’ ऑस्कर में भारत की प्रविष्टि है। फेडरेशन द्वारा इन वर्षों के दौरान सबसे अच्छी पसंद।
-हंसल मेहता, फिल्मकार
फिल्म ‘न्यूटन’ देखी। हकीकत दर्शाती फिल्म देखने की आवश्यकता है। कई पहलुओं पर आंख खोलने वाली फिल्म है।
-अमिताभ बच्चन
कहानी एक क्लर्क
‘न्यूटन’ की कहानी एक युवा सरकारी क्लर्क के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसे माओवादी नियंत्रित शहर में चुनावी ड्यूटी पर भेज दिया जाता है। यहां शुरू होता है वैचारिक संघर्ष। अपने सिद्धांतों पर चलने वाला एक साधारण इंसान कैसे अजीब स्थिति में फंस जाता है, यही दर्शाती न्यूटन। इस फिल्म को अमित मासरकर ने निर्देशित किया है।
आसान नहीं ऑस्कर की राह
हम खुश जरूर हो सकते हैं ‘न्यूटन’ के लिए, लेकिन ऑस्कर की राह आसान नहीं। भारत ने अब तक एक बार भी विदेशी भाषा कैटेगरी में कोई ऑस्कर नहीं जीता। बीते साल तमिल फिल्म विसारानाई इस कैटेगरी में नामित थी, लेकिन जीत नहीं पाई। इससे पहले अपुर संसार, गाइड, सारांश, नायकन, परिंदा, अंजलि, हे राम, देवदास , हरिचन्द्रा फैक्ट्री, बर्फी और कोर्ट को भी भारत की तरफ से ऑस्कर के लिए नॉमिनेट किया जा चुका है। बता दें कि अब तक सिर्फ तीन फिल्में फाइनल लिस्ट तक पहुंच सकी हैं, जिनमें मदर इंडिया, सलाम बॉ बे और लगान शामिल है।