फिल्मी दुनिया में जरा-सी कामयाबी कइयों का दिमाग घुमा देती है और वे बेपर हवा में उडऩे लगते हैं। रहमान के कदम ऑस्कर और ग्रैमी अवॉर्ड जीतने के बाद भी जमीन पर हैं। पिछले कुछ साल से वे संगीत के साथ-साथ फिल्म निर्माण में भी सक्रिय हुए हैं। हाल ही उन्हें अंतरराष्ट्रीय प्रोजेक्ट ‘नो लैंड्स मैन’ से बतौर सह-निर्माता और संगीतकार जोड़ा गया है।
अमरीका, भारत और बांग्लादेश की साझेदारी में बन रही ‘नो लैंड्स मैन’ की शूटिंग पिछले साल शुरू हो गई थी। भारत, अमरीका और ऑस्ट्रेलिया में इसका काफी हिस्सा फिल्माया जा चुका है। यह एक दक्षिण एशियाई युवक की कहानी है, जो अमरीका में ऑस्ट्रेलियाई युवती से मिलता है और उसकी जिंदगी में उथल-पुथल शुरू हो जाती है। युवक का किरदार नवाजुद्दीन सिद्दीकी अदा कर रहे हैं, जबकि नायिका ऑस्ट्रेलियाई थिएटर की अभिनेत्री मेगन मिशेल हैं। यह उनकी पहली फिल्म है। ‘नो लैंड्स मैन’ का निर्देशन बांग्लादेश के मुस्तफा सरवर फारुकी कर रहे हैं, जिनकी पिछली फिल्म ‘सेटरडे आफ्टरनून’ ने मास्को, सिडनी और बुसान के फिल्म समारोह में काफी सुर्खियां बटोरी थीं। उनका कहना है कि फिल्म से ए.आर. रहमान का नाम जुडऩे के बाद इसका आकर्षण बढ़ गया है। लोगों को इसमें उनकी नई धुनें सुनने को मिलेंगी।
निर्माता की हैसियत से रहमान की पहली हिन्दी फिल्म ’99 सोन्ग्स’ काफी समय से तैयार पड़ी है। इसके अलावा ‘ले मस्क’ के जरिए वे निर्देशन में भी कदम रख चुके हैं। उन्होंने इस फिल्म की कहानी भी लिखी है। यानी संगीतकार के बाद रहमान के सृजन के कुछ और पहलू दुनिया के सामने आने वाले हैं।