दरअसल महिलाओं के महावारी के विषय पर बनी इस फिल्म को पाकिस्तान में रिलीज करने के लिए NOC नही मिल सकी है।
फिल्म की बात करें तो काफी समय से दर्शक इस फिल्म का इंतजार कर रहे थे। फिल्म में अक्षय कुमार , सोनम कपूर और राधिका आप्टे मुख्य किरदार में हैं। फिल्म के निर्देशक आर बाल्की ने काफी खूबसूरती से महिलाओं से जुड़े मुद्दे पीरियड्स को फिल्माया है। फिल्म की कहानी अरुणाचलम मुरुगदासन नामक एक शख्स की वास्तविक कहानी से प्रेरित है जिसने सस्ते सैनिटरी नैपकिन्स बनाने की शुरुवात की थी। जिसने अपनी पत्नी की माहवारी से जुड़ी समस्याओं को देखते हुए देश की प्रत्येक महिला की जिंदगी को आसान बनाने का लक्ष्य तय किया था।
आर बाल्की ने पूरी कोशिश की है समाज के इस बड़ी समस्या के प्रति जागरुकता लाई जाए। फिल्म में अक्षय की एक्टिंग तो है ही साथ ही राधिका आप्टे की सहज ऐक्टिंग और सोनम कपूर ने भी अपनी ऐक्टिंग से फिल्म को सहज बनाया है। फिल्म में कुछ एक जगह ज्यादा उपदेशात्मक बन गई है। हालांकि वो चुटीले संवादों और लाइट कॉमिक दृश्यों के सहारे किसी तरह बैलेंस हो गई है। फिल्म पहले हाफ में तो दिलचस्प है ही लेकिन फिल्म का दूसरा भाग पहले से भी ज्यादा मजबूत है।