यही सवाल फिल्म की Producer ट्विंकल खन्ना से भी पूछा गया तो उन्होंने काफी अच्छा जवाब दिया , उन्होंने बताया कि- “हमने एक ऐसी फिल्म बनाने की कोशिश की है जो न केवल दर्शकों का मनोरंजन करेगी, बल्कि उन्हें एक संदेश भी मिलेगा और यह केवल माहवारी की कहानी नहीं है, बल्कि उस शख्स की भी कहानी है जिसने एक महान आविष्कार किया। इसलिए मुझे नहीं लगता कि इस फिल्म को देखने के दौरान किसी को भी असहजता होगी।”
ट्विंकल से जब फिल्म से जुड़ी चुनौतियों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि- “मेरी चुनौती फिल्म शुरू होने से पहले ही थी और इसके शुरू होने के बाद मेरी चुनौतियां खत्म हो गईं। मुझे अरुणाचालम मुरुगनाथम को उनकी कहानी पर्दे पर दिखाने के लिए राजी करने में 9 महीने लगे थे।” साथ ही अक्षय कुमार की पत्नी ने बड़े ही मजाकिया लहजे में कहा, “इतने वक्त में मैं तीसरा बच्चा पैदा कर सकती थी। इसलिए मुझे लगता है कि यह बहुत बड़ी चुनौती थी।”
गौरतलब है कि काफी समय से दर्शक इस फिल्म का इंतजार कर रहे हैं। फाइनली फिल्म 9 फरवरी को रिलीज हो गई है। फिल्म में अक्षय कुमार, सोनम कपूर और राधिका आप्टे मुख्य किरदार में हैं। फिल्म के निर्देशक आर बाल्की ने काफी खूबसूरती से महिलाओं से जुड़े मुद्दे पीरियड्स को फिल्माया है। फिल्म की कहानी अरुणाचलम मुरुगदासन नामक एक शख्स की वास्तविक कहानी से प्रेरित है जिसने सस्ते सैनिटरी नैपकिन्स बनाने की शुरुआत की थी। जिसने अपनी पत्नी की माहवारी से जुड़ी समस्याओं को देखते हुए देश की प्रत्येक महिला की जिंदगी को आसान बनाने का लक्ष्य तय किया था।