पढ़ें रीडर्स के भेज हुए मजेदार किस्से
1.
सॉन्ग मिस हुआ तो अगले शो में देखा
बात उन दिनों की है जब मैं इंदौर में रह कर कॉलेज की पढ़ाई कर रही थी। शाहरुख खान की फिल्म ‘काल’ देखने हम 10-12 गर्ल्स सिनेमाहॉल पहुंचे। लेकिन हॉल में एंट्री से पहले हमारा पसंदीदा गाना निकल चुका था। हमारे ग्रुप में कुछ गर्ल्स शाहरुख की बड़ी वाली फैन थीं। वो गाना नहीं देख पाने से, वे दुखी थीं। मूवी खत्म होने के बाद मैं अपनी फ्रेंड्स के साथ मैनेजर के पास गई और हमें अगले शो में गाना दिखाने की रिक्वेस्ट की। बड़ी मुश्किल से वे इस शर्त पर माने की सॉन्ग देखने के बाद हम हॉल से निकल जाएंगे। हमें सबसे आगे वाली लाइन में बैठकर सॉन्ग देखने दिया गया।
-पारूल लाहोटी, 34 साल
2.
हिचकी देखकर आए आंसू
कॉलेज की पढ़ाई के बाद सरकारी नौकरी लग गई। एक दिन जयपुर आना हुआ तो अपनी दोस्त के साथ फिल्म देखना तय हुआ। 3 बजे का शो था। दोस्त को उसके कोचिंग सेंटर से लेने गया। कैब बुक की और थियेटर पहुंचे लेकिन तब तक आधा घंटे की पिक्चर निकल चुकी थी। ये रानी मुखर्जी की ‘हिचकी’ फिल्म थी। एक सीन देखकर दोस्त भावुक हो गई। उसकी आंखों से आंसू गिर रहे थे। मैंने उसे समझाया कि फिल्म ही है, रोने की बात थोड़ी है। इससे उसके चेहरे पर मुस्कुराहट आ गई।
– हनुमान सहाय मीणा, 26 साल
3.
अक्षय वापस मुड़े और हाथ मिलाया
अक्षय कुमार अपनी मूवी की शूटिंग के लिए हमारे इलाके में मौजूद पहाड़ियों में आए हुए थे। पूरी यूनिट थी। स्थानीय पुलिस और बॉडीगार्ड्स उनकी सुरक्षा में थे। मैं भी अक्षय से मिलने की उम्मीद लिए किसी तरह शूटिंग वाली जगह पर पहुंच गया। शूटिंग देखने वाले लोगों को स्टार के पास नहीं जाने दिया गया। कई घंटे लोग वहां डटे रहे। पैकअप होने पर अक्षय खुद लोगों के पास आए। सबसे हाथ हिलाकर हालचाल पूछा। मैंने ‘हैलो सर’ कहते हुए हाथ आगे बढ़ाया। वे आगे बढ़ गए। वापस मुड़े और हाथ मिलाया। आज भी ये पल यादों में कैद है।
– किशन कुमार गुर्जर, 38 साल
4.
वीआईपी जैसा महसूस हो रहा था
जब मैं बीए सेकेंड ईयर में था, मेरे भाई को एक सिनेप्लैक्स की तरफ से तीन व्यक्तियों के लिए मूवी पास मिला। हम तीन की जगह चार लोग चले गए। हमने थियेटर जाकर बात की तो कहा गया कि जो मूवी देखना चाहें, दिखा दो। हमने ‘बैंक चोर’ मूवी देखने की बात कही। हमें बताया गया कि इस मूवी का एक भी टिकट नहीं बिका। मूवी हम चारों के लिए ही चलाई गई। हमें वीआईपी जैसा महसूस हो रहा था। हालांकि मूवी इतनी अच्छी नहीं थी। हमें नींद आने लगी। चलती मूवी के बीच ही हम हॉल से बाहर निकल गए। बाद में हम लोग खूब हंसे।
— नीरज कुमार जैन, 21 साल
5.
टिकट आज भी मेरे पास है
बात तब की है जब मैं फर्स्ट ईयर में था। उस समय शाहरुख खान की मूवी ‘फैन’ रिलीज हुई थी। मूवी का ट्रेलर देखा तो ऐसा लगा कि यह मूवी सिर्फ लिए ही बनी है। इससे पहले मैंने कभी भी सिनमाहॉल में मूवी नहीं देखी थी। शाहरुख का फैन होने के चलते मैंने ये मूवी पहले ही दिन पहले शो में देखी। यह मेरी लाइफ़ का बेस्ट डे था। यह मूवी मेरे लिए इतनी यादगार है कि उसका टिकट आज भी मेरे पास है। जब भी मैं शाहरुख सर से मिलूँगा तो इस यादगार पल को उनके साथ शेयर करूंगा।
– पवन नागर, 21 साल