राजपाल यादव ने अपनी लाइफ में एक ऐसा भी समय देखा है जब उनके सिर पर पक्की छत नहीं थी। उनके घर की हालत बहुत खराब थी। इसके बावजूद राजपाल यादव के पिता ने कुश्ती लड़कर उन्हें दूसरे गांव के अच्छे स्कूल में पढ़ाया-लिखाया। पढ़ाई पूरी करने के बाद राजपाल घर के खर्च में हाथ बटाना चाहते थे, इसलिए उन्होंने दर्जी का काम भी सीखा। उन्होंने टेलर के रूप में काम किया, लेकिन उनका मन टेलरिंग में नहीं लगता था। क्योंकि उन्हें शुरू से ही एक्टिंग का शौक था। फिर उन्होंने फिल्मों की दुनिया में कदम रखने का फैसला किया और कड़ी मेहनत के बाद आज वो हंसी के सुपरस्टार बन गए हैं।
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बता दें कि टेलरिंग की नौकरी के बाद राजपाल यादव ने शादी कर ली थी। वह अपनी खुशहाल लाइफ बिता ही रहे थे, तभी उन पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। उस समय एक्टर महज 20 साल के ही थे, जब उनकी वाइफ की मौत हो गई, जिससे उन्हें एक बेटी भी है। दरअसल, 1991 में राजपाल यादव घर से बाहर थे और उनकी वाइफ प्रेग्नेंट थीं। लेकिन अचानक उन्हें खबर मिली कि उनकी वाइफ की मौत हो गई। इसके बाद राजपाल यादव ने अपना ध्यान थिएटर की तरफ लगा दिया।
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राजपाल यादव की ऐसी कई बेहतरीन फिल्में हैं, जिसे देखकर आप हंस-हंसकर लोट-पोट हो जाएंगे। इसमें ‘मालामाल’, ‘हंगामा’, ‘अपना सपना मनी मनी’, ‘भूल भुलैया’, ‘चुप चुप के’, ‘फिर हेरा फेरी’, ‘ढोल’, ‘मुझसे शादी करोगी’, ‘गरम मसाला’ और ‘भूतनाथ’ जैसी कई फिल्में शामिल हैं।