इसमें कोई दोराय नहीं कि आदित्य की सफलता प्रतिशत इससे पहले 100 परसेंट रहा, लेकिन वक्त हमेशा एक जैसा नहीं होता। कभी-कभी इंसान ओवर कॉन्फिडेंस का भी शिकार हो जाता है। आदित्य के साथ भ ऐसा ही हुआ। यदि ऐसा नहीं होता, तो भला दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे (1995), मोहब्बतें (2000), रब ने बना दी जोड़ी जैसी बेहतरीन फिल्मों को डायरेक्ट कर चुके आदित्य के नाम 2016 में रिलीज हुई फिल्म ‘बेफिक्रेÓ की विफलता क्यों जुड़ती। खास बात तो यह रही कि न सिर्फ दर्शकों ने इसे सिरे खारिज कर दिया, बल्कि क्रिटिक्स से उन्हें आलोचना का सामना करना पड़ा। शायद यही वजह थी कि उन्हें इस फ्लॉप का गहरा सदमा लगा।
इस बात का खुलासा आदित्या चोपड़ा की वाइफ रानी मुखर्जी ने हाल ही एक इंटरव्यू के दौरान किया है। रानी ने बताया कि रणवीर सिंह और वाणी कपूर की फिल्म ‘बेफिक्रे’ ने उनके पति पर गहरा असर डाला था। इसके साथ ही रानी ने इसे अपनी पसंदीदा फिल्मों से एक बताया। उन्होंने कहा कि शायद यह पहली बार था, जब आदित्य की कोई फिल्म बड़े स्तर पर विफल रही। इससे बाहर निकलना उनके लिए आसान नहीं था। खैर, अब सारी उम्मीदें टाइगर जिंदा है पर टिकी हैं। इसकी सफलता से वो कुछ हद तक सदमे से बाहर निकल आएंगे। बता दें कि वेफिक्रे भले ही फुलॉप रही, लेकिन दर्शकों को अब भी उनके निर्देशन वाली फिल्म का बेसब्री से इंतजार है।