सलमान खान ने सच्चाई बताते हुए समिट के दौरान कहा कि- मैं बहुत ही बोरिंग लाइफ जीता हूं, लेकिन जर्नलिस्ट्स उसे इंटरेस्टिंग बना देते हैं। इस दौरान उनकी आवाज बैठी हुई थी। सलमान ने इसके लिए मौसम को जिम्मेदार बताया और कहा- पता नहीं मैं यहां क्यों हूं और बातचीत कैसे आगे बढ़ेगी?
इसके बाद सलमान एक के बाद एक बातों के पन्ने पलटते गए और उन्होंने कहा की,- कभी-कभी एक्टर्स के लिए फिल्मों के डायलॉग्स काफी भारी हो जाते हैं। इसके बाद उन्होंने अपनी फिल्म वॉन्टेड का फेमस डायलॉग बोला- एक अहसान करना, मुझ पर कोई अहसान नहीं करना।
टीवी चैनल्स पर चिल्लाते लोगों पर निशाना साधते हुए उन्होंने बताया की,- आजकल बहुत सारे लोग राय बनाने वाले हो गए हैं, क्योंकि उन्हें टीवी चैनल्स पर बुलाया जाता है। अगर एक आदमी चिल्लाता है तो आप उसे सुन सकते हैं, लेकिन अगर 15 लोग एक साथ चिल्ला रहे हैं तो आप उन्हें नहीं सुन सकते हैं।
अगला सवाल था कि आप किसी खास चैनल के बारे में बात कर रहे हैं, तो उन्होंने इस सवाल को टाल दिया।
उन्होंने कहा,- पिछले 30 साल से मुझे बताया जा रहा है कि आपको गलत समझा गया। किसी को भी दशकों तक गलत कैसे समझा जा सकता है। जिस तरह से मैंने अपनी जिंदगी जी है, हर आदमी उसी तरह से जिंदगी जीता है। मैं हफ्ते में सातों दिन और 24 घंटे काम करता हूं। इसके अलावा जो आप कुछ सुनते हैं तो वो उन लोगों की वजह से जिन्हें अपना शो चलाना है।
इसके बाद सलमान ने अपने निजी जीवन के बारे बताते हुए कहा की,- मैं एक मेहनतकश की जिंदगी जीता हूं। मैं आज भी एक बेडरूम वाले अपार्टमेंट में रहता हूं। मुझे मुस्कुराना पड़ता है, इंटरव्यू में जाना पड़ता है, ऑन स्क्रीन रोमांस करना पड़ता है। मैं ये सब उस वक्त भी करता हूं, जब मैं कोर्ट के अपने मामलों को लेकर परेशान रहता हूं।