सपना ने मंगलवार को ट्वीट किया, बेहद रूखे व्यवहार करने, मदद के लिए तैयार न होने और अंत में कुछ भी न कर पाने के चलते मैं मुंबई पुलिस पर सवाल उठाए जाने के मुद्दे पर कंगना के साथ हूं। अगर आप डीसीपी से भी बात करते, तो भी मामले को तब तक कोई दिशा नहीं मिलती, जब तक कि किसी की मौत नहीं हो जाती। हमें चीजों को रोकने से संबंधित मदद चाहिए, न कि कोई हादसा हो जाए फिर हम आगे आ रहे हैं। मुझे अब भी कार्रवाई किए जाने का इंतजार है।
वह आगे लिखती हैं, मैं अपने ऐसे 5 दोस्तों के नाम नहीं गिना सकती, जिन्हें मुंबई पुलिस के पास जाकर कोई फायदा मिला हो और यह काफी दुखद है। वे यह भूल गए हैं कि वे मुंबई के लोगों के लिए काम करते हैं और अब उनका बचाव करने और उनका पक्ष लेने की कोई जरूरत नहीं है। एक नागरिक के तौर पर हमें सरकार से जरूर सवाल पूछने चाहिए और समझना चाहिए कि यह हमारा अधिकार है और ऐसा कर वे हम पर कृपा नहीं कर रहे हैं।