राम माधवनी ने कहा, ‘आर्या को बनाने का एक कारण भगवत गीता है। इसमें नैतिकता का वह पहलू दिखाया गया है, जिसमें आर्या खड़ी है और जिससे जीवन में उसे मदद मिलती है। कर्म व धर्म हमारी दैनिक जिंदगी में हमारे सामने आने वाली परिस्थितियों का सामना करने के तरीके व सिद्धांत हैं। आर्या भी उनका सामना करती है। पूरे शो में उसकी कशमकश भगवत गीता के सिद्धांतों के द्वारा प्रदर्शित की गई है।’
शरद केलकर ने कहा, ‘एक क्रिएटिव विजन को जीवंत करने के लिए मेरी आवाज देना ही मेरी जीत है। आर्या के बारे में इतना ज्यादा सुनने के बाद किसी न किसी रूप में इस शो से न जुड़ पाना एक शर्म की बात है। जिस तरह से यह कहानी चलती है, उससे कोई भी अपने विकल्प चुनने में आने वाली, आर्या की परेशानी को खुद महसूस कर सकता है। जब मैं यह कहानी सुना रहा था, तो मैं वापस उसी समय और अनुभव में पहुंच गया, जब मैं ‘बाहुबली’ जैसी फिल्म बनाते हुए कहानी की भव्यता व कथानक को प्रस्तुत कर रहा था। इस कहानी में भी डिलीवरी को उतना ही शक्तिशाली होना था और मैं दर्शकों पर इसका प्रभाव छोड़ना चाहता था। यह वीडियो हर किसी के अंदर मौजूद वॉरियर को प्रेरित करेगा।’