समाजवादी पार्टी ने लिखा, “भाजपा यूपी में दंगा फसाद सांप्रदायिक तनाव खड़ा करके चुनाव जीतना चाहती है। इसी कारण से ऐसी घटनाओं को खुद अंजाम दिलवा रही और जिलों में सांप्रदायिक तनाव पैदा करवा रही। बदायूं की घटना इसी का परिणाम है। भाजपा जब जनता के असल मुद्दों से हार चुकी है तो धार्मिक विवाद ,धार्मिक लड़ाई ही भाजपा का आखिरी हथियार बचा है। भाजपा के इशारे पर ही कई गुंडे बदमाश खुले घूम रहे और भाजपा के इशारे पर ही ऐसी वारदातें कर रहे जिसके कारण समाज में लड़ाई झगड़ा बढ़ रहा है।”
समाजवादी पार्टी के इस ट्वीट पर भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी (Rakesh Tripathi) ने पलटवार करते हुए कहा कि बदायूं की घटना पर सपा घटिया राजनीति कर रही है। अगर सपा की सत्ता होती तो अपराधियों को संरक्षण होता जबकि योगी सरकार में अपराधियों के खिलाफ कठोरता से कार्रवाई हो रही है। बदायूं कांड में भी अपराधी के साथ पूरी कठोरता बरती गई है।
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उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में एक शख्स ने पडोसी के तीन बच्चों पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। इस हमले की वजह से 2 बच्चों की मौत हो गई, जबकि तीसरे बच्चे का अस्पताल में इलाज चल रहा है। इसके बाद यूपी पुलिस ने वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी साजिद को एनकाउंटर में ढेर कर दिया।