ये कहना है आईजी का
आईजी डीके ठाकुर का कहना है कि एफआईआर के मुताबिक घटना 20/21 अगस्त के रात की है। रात को इनके घर में तीन लोग घुसे और लड़की को जबरन अगवा करके ले गए। उसके बाद गांव के बाहर एक स्कूल में उसके साथ रेप किया। इस मामले में परिजनों ने 21 अगस्त को एक नामजद और दो अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट लिखाई है। हमने नामजद आरोपी की गिरफ्तारी कर जेल भेज दिया है। लड़की का मेडिकल कराकर उसे घर भेज दिया था।
लड़की की मां के मुताबिक लड़की रात में अपने घर में बराम्दे में लेटी थी, सुबह उसकी बॉडी लटकी हुई मिली। इसके बाद मां ने अपने बेटे को बताया फिर पुलिस को सूचना दी गई।
आईजी डीके ठाकुर का कहना है कि एफआईआर के मुताबिक घटना 20/21 अगस्त के रात की है। रात को इनके घर में तीन लोग घुसे और लड़की को जबरन अगवा करके ले गए। उसके बाद गांव के बाहर एक स्कूल में उसके साथ रेप किया। इस मामले में परिजनों ने 21 अगस्त को एक नामजद और दो अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट लिखाई है। हमने नामजद आरोपी की गिरफ्तारी कर जेल भेज दिया है। लड़की का मेडिकल कराकर उसे घर भेज दिया था।
लड़की की मां के मुताबिक लड़की रात में अपने घर में बराम्दे में लेटी थी, सुबह उसकी बॉडी लटकी हुई मिली। इसके बाद मां ने अपने बेटे को बताया फिर पुलिस को सूचना दी गई।
अब उसका पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। पोस्टमार्टम तीन डॉक्टरों के पैनल से कराया जा रहा है और उसकी वीडियोग्राफी भी करायी जाएगी। वहीं धमकी मिलने की बात पर उन्होंने कहा कि लड़की के परिजनों का कहना है कि आरोपी के भाई ने समझौते के लिए धमकाया था। उनका कहना है कि धमकी का पहले वाली घटना से सीधा संबन्ध नहीं समझ आ रहा है क्योंकि नामजद आरोपी तो जेल में है और अब अगर वो लोग समझौता करना चाहें भी तो कुछ नहीं हो सकता क्योंकि एफआईआर रिकॉर्डेड हैं, लड़की का बयान का वीडियो और प्रिंट भी रिकॉर्डेड है और मेडिकल भी कराया जा चुका है। लिहाजा अब समझौता तो हो ही नहीं सकता।
चोटों की बात स्वीकारी
जब मेडिकल रिपोर्ट पर सवाल उठने की बात की गई तो आईजी ने बताया कि मैंने खुद मेेडिकल रिपोर्ट देखी है। उसमें लड़की के सामान्य चोटों की पुष्टि तो हुई है लेकिन प्राइवेट पार्ट में किसी तरह की चोट की पुष्टि नहीं हुई है। हो सकता है उसके साथ उन लोगों ने मारपीट की हो। उस रिपोर्ट में डॉक्टर ने रेप का कोई ओपिनियन नहीं दिया है। जब सप्लीमेंट्री रिपोर्ट में डॉक्टर ओपिनियन देते हैं। लेकिन हमारे लिए एफआईआर और लड़की का बयान महत्वपूर्ण है। उनका कहना है चोटों के निशान देखकर हो सकता है कि उसके साथ रेप की कोशिश की गई हो। इन बिंदुओं को देखकर ही अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।
जब मेडिकल रिपोर्ट पर सवाल उठने की बात की गई तो आईजी ने बताया कि मैंने खुद मेेडिकल रिपोर्ट देखी है। उसमें लड़की के सामान्य चोटों की पुष्टि तो हुई है लेकिन प्राइवेट पार्ट में किसी तरह की चोट की पुष्टि नहीं हुई है। हो सकता है उसके साथ उन लोगों ने मारपीट की हो। उस रिपोर्ट में डॉक्टर ने रेप का कोई ओपिनियन नहीं दिया है। जब सप्लीमेंट्री रिपोर्ट में डॉक्टर ओपिनियन देते हैं। लेकिन हमारे लिए एफआईआर और लड़की का बयान महत्वपूर्ण है। उनका कहना है चोटों के निशान देखकर हो सकता है कि उसके साथ रेप की कोशिश की गई हो। इन बिंदुओं को देखकर ही अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।