scriptमहिला ने खोली पोल, पीएम आवास के नाम पर ‌लिए 30 हजार, परियोजना अधिकारी पर गिरी गाज | Woman exposed took 30 thousand rupees in name of PM residence project officer Suspend civil engineer dismissed in Budaun | Patrika News
बदायूं

महिला ने खोली पोल, पीएम आवास के नाम पर ‌लिए 30 हजार, परियोजना अधिकारी पर गिरी गाज

UP News: यूपी के बदायूं में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास दिलाने के नाम पर धन उगाही के मामले में परियोजना अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा सिविल इंजीनियर को बर्खाश्त किया गया है।

बदायूंJan 20, 2024 / 08:35 pm

Vishnu Bajpai

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Fundraising in PM Awas Yojana: बदायूं में प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर धन उगाही का वीडियो वायरल होने के बाद शासन ने डूडा यानी जिला नगरीय विकास अभिकरण के परियोजना अधिकारी देवेश कुमार सिंह को निलंबित कर दिया। संविदा पर तैनात सिविल इंजीनियर शिव कुमार को भी बर्खास्त किया गया है। साथ ही परियोजना की निगरानी के लिए नामित संस्था सरयू बाबू इंजीनियर फॉर रिसोर्स डेवलमेंट को डिबार कर दिया गया।
पीएम आवास योजना के नाम पर धन उगाही का यह मामला तीन दिन पहले उसावां में विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान सामने आया था। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि आंवला सांसद धर्मेंद्र कश्यप ने योजना के लाभार्थियों को प्रतीकात्मक रूप से चाबियों का वितरण किया था। इसी दौरान सांसद ने एक लाभार्थी से पूछा कि आवास की किस्त पाने के लिए उन्हें कोई पैसा तो नहीं देना पड़ा। इस पर बुजुर्ग शारदा ने बताया कि उनसे 30 हजार रुपये लिए गए। यह सुनकर सांसद ने डूडा के पीओ को ही मामले की जांच के निर्देश दे दिए।
ऐसा कहने से उस समय तो मामला शांत हो गया, मगर घटनाक्रम का वायरल हुआ वीडियो शासन तक पहुंच गया। इसके बाद राज्य नगरीय विकास अभिकरण (सूडा) के अपर निदेशक आनंद कुमार शुक्ला ने परियोजना अधिकारी को निलंबित कर दिया है। यहां बता दें कि देवेश कुमार, उप्र सहकारी ग्राम विकास बैंक लिमिटेड के मूल कर्मी है। उन्हें अभिकरण में प्रतिनियुक्ति के आधार पर परियोजना अधिकारी के पद पर तैनात किया गया था।
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आंवला सांसद धर्मेंद्र कश्यप ने बताया कि बुजुर्ग महिला ने जैसे ही बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत आवास के लिए रिश्वत दी है तो प्रमुख सचिव को पूरे मामले से अवगत कराया और इस मामले में कार्रवाई करने को कहा, जिस पर शासन स्तर से कार्रवाई की गई। वहीं बदायूं के डीएम मनोज कुमार ने बताया कि शासन स्तर से इस मामले में कार्रवाई की गई है। जांच भी कराई जा रही थी। सरकार की योजनाओं का लाभ सीधे पात्र व्यक्ति को मिले, इसमें किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर इस वीडियो को लेकर भाजपा पर निशाना साधा था। वहीं सपा नेता शिवपाल यादव ने भी टिप्पणी की थी।

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दातागंज तहसील के बक्सेना गांव में बड़ी संख्या में अपात्राें को आवास का लाभ दिया गया। इसकी कई बार शिकायत हुई। जब अधिकारियों ने गहनता से जांच की तो पता चला कि गांव में 30 से अधिक आवास अपात्रों को दिए गए हैं। इसके बाद प्रशासन स्तर से इस मामले में कार्रवाई की गई। इसी क्रम में 15 जनवरी को दातागंज तहसील के गांव हथनीभूंड के भी कई पात्र लोग डीएम से मिले और शपथ पत्र दिया। जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि उनसे आवास के नाम पर 20-20 हजार रुपये मांगे गए, रुपये न देने पर उनका नाम पात्रता सूची से बाहर कर दिए गए। 29 दिसंबर को ब्लॉक कादरचौक के गांव गौरामई की पंचायत सहायक पर आवास के नाम पर रुपये मांगने का आरोप लगा। साथ ही इस मामले में भी वीडियो वायरल हुआ था।

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