बुलंदशहर। काफी समय से फरार चल रहे वांछित अपराधी को पकड़ने गई पुलिस टीम पर भीड़ ने हमलाकर दिया। इस बीच लोगों ने आरोपी को छु़ड़ाने की भी कोशिश की। जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। हालाकि आरोपी को छु़ड़ा नहीं पाए। वहीं अब शहर कोतवाल की तहरीर पर पुलिस ने पूर्व चैयरमैन समेत चार नामजद और 50 अज्ञातों पर संगीन धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।
कोतवाल खुर्जा जितेंद्र सिंह ने बताया कि गौकशी के मामले में जेल में बंद हिस्ट्रीशीटर हाजी आरिफ का भाई कासिम गैंगस्टर एक्ट में वांछित है। जो कि काफी समय से फरार चल रहा है। बीती रात पुलिस आरोपी कुख्यात बदमाश कासिम को गिरफ्तार करने के लिए मोहल्ला शेखपेन में गई थी। आरोप है कि जैसे ही पुलिस ने आरोपी कुख्यात कासिम को दबोचा तो मोहल्ले की जमा हुई भीड़ ने एकजुट होकर पुलिस पर हमला बोलते हुए कुख्यात आरोपी कासिम को छुड़ाने का प्रयास किया।
इस बीच भीड़ और पुलिस टीम के बीच मारपीट हुई जिसमें एसओ देहात सतेंद्र सिंह, उपनिरिक्षक विमल कुमार, उपनिरिक्षिक सुमित कुमार, कांस्टेबल वीरेंद्र सिंह, कांस्टेबल सौरभ पंवार, कांस्टेबल प्रवेश गंभीर रुप से घायल हो गए। घायलों का पुलिस ने मेडिकल कराया है। हालांकि पुलिस ने गैंगस्टर के आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। शहर कोतवाल की तहरीर पर पुलिस ने पूर्व चेयरमैन रफीक फड्डा,रहीस फड्डा, शहजाद, शादाब समेत पचास अज्ञातों पर सरकारी कार्य में बाधा ड़ालने, पुलिस के साथ मारपीट करने, रास्ता रोकने, अपराधी को छुड़ाने का प्रयास, जैसी संगीन धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई है। सीओ खुर्जा गोपाल सिंह ने रिपोर्ट दर्ज होने की तस्दीक की है।